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झूठा सौदा !

युवामंच
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आदरणीय मित्रों ,….सादर प्रणाम !

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इन्सान को सीबीआई न्यायालय ने दोषी ठहराया है !………… …….तथाकथित संत एक पाखंडी शोषक अमानुष सिद्ध हुआ है !………….इस मामले में सीबीआई और न्यायतंत्र विशेष अभिनन्दन के पात्र हैं !……..एक गुमनाम चिट्ठी के आधार पर जांच करके ताकतवर दोषी को उसके अंजाम तक पहुंचाना मानवता के लिए गर्व का विषय है !……..इससे न्यायतंत्र में मानवता का विश्वास और बढ़ा है !…………..देश अपने अमानुषी अपराधी को कठोर दंड भोगते देखना चाहता है !……..भगवान बनने निकला अहंकारी इंसान अपनी भोगी हैवानियत में डेरे समेत डूब गया !

दोष सिद्ध का निर्णय आते ही उत्तेजित डेरा समर्थक हिंसक हो गए !……..पंचकूला जैसा शांत शहर भयानक हिंसा आगजनी का शिकार हो गया !………..हरियाणा पंजाब दिल्ली समेत कई स्थानों पर उग्रता की सीमा तोड़ी गयी !………निर्णय क्षेत्र होने के कारण पंचकूला अत्यधिक प्रभावित हुआ !………हरियाणा पुलिस और केन्द्रीय बलों ने मिलकर तीन घंटे में हिंसा पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया !……….देर रात तक पंचकूला को डेरा समर्थकों से मुक्त करवा लिया गया !……..करीब तीस लोगों की मृत्यु के समाचार हैं !…………….अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू है ,………जिसमें राजनीति और पत्रकारिता विशेष रूप से शामिल हैं !……..कुछ पत्रकारों के चेहरे की गुमशुदा रौनक भी कुछ लौटी है !………हरियाणा पंजाब उच्च न्यायालय ने भी हरियाणा सरकार को फटकार लगाई है !………पीड़ित पंचकूला वासियों को भी शासन से शिकायत है !………….

हरियाणा सरकार पर मुख्य आरोप डेरे के प्रति उदारता का है ,……….धारा १४४ के बावजूद कैसे लाखों डेरा समर्थक पंचकूला पहुंचे ,……आरोपी सैकड़ों गाड़ियों के काफिले में क्यों गया ,……..गंभीर आशंका के बावजूद समर्थकों पर पहले सख्ती क्यों नहीं हुई !…………सतही विश्लेषण में सभी आरोप सही लगते हैं ,……किन्तु …….जरा गौर से देखने पर अलग चित्र उभरता है ,……..वास्तव में न्यायपालिका और कार्यपालिका ने मिलकर बहुत ही सतर्क बुद्धिमानी से काम किया है !………उच्च न्यायालय की सक्रियता सराहनीय रही है ,……….ऐसे न्यायाधीशों को मानवता नमन करती है …. लेकिन …. अच्छाई के पीछे भी अहंकार का पोषण संभव है ,………न्यायपालिका की शुभ सक्रियता में अहंकारी गंध भी सूंघने को मिली है !…..हालांकि अहंकार प्रत्येक मानवता का अनिवार्य अंग है ,…लेकिन ….. विपरीत परिस्थितियों में जमीन पर अच्छा काम करने वाले सरकारी तंत्र को सुहृद सराहना भी मिलनी चाहिए !…………..आरोपों पर आते हैं ……

कई कारकों से डेरे के तमाम कट्टर समर्थक अंधभक्त हैं ,……..इस पाखंडी से पहले के गुरुओं में समतावादी सेवा भावना भरी होगी ,……..उंच नीच आडम्बरों से त्रस्त गरीब अल्पशिक्षित जनता उनसे जुडी और भारी संख्या में जुडती चली गयी !……….इस पाखंडी ने भी प्रारंभ में जनसेवा से जुड़े कई अच्छे कार्य किये ,………फिर इसमें भोगी शैतान जागा होगा ,……तब आपराधिक प्रवित्ति के लोग भी डेरे से जुड़े होंगे !………फिर दोगलापन डेरे की मजबूरी बन गया होगा !………..संगठित गुप्त अपराधियों ने प्रत्यक्ष प्रेमियों के सहारे अपने कुत्सित स्वार्थ सिद्ध किये होंगे !………..इस प्रकरण में भी चतुर अपराधी तत्वों ने अंधी मासूम मानवता का शोषण किया है !……..औरतों बच्चों बूढों के साथ शरारती अपराधी तत्वों को जुटाया गया ,…..जिनकी भावनाओं के बूते आतंक फैलाने की नाकाम कोशिश हुई है !

सवाल उठा कि इनको रोका क्यों नहीं गया ,………उत्तर यह है कि शायद सबको पहले रोकना संभव नहीं था ,…प्रशासनिक प्रयासों से अवश्य ही बहुतायत लोग रुके होंगे !………पहले अधिक सख्ती करते तो निश्चित रूप से अत्यधिक विनाशकारी परिणाम आते !…………न्यायिक निर्णय लागू करने में देवदूतों के भी पसीने छूट जाते !……..न्यायालय का निर्णय आने से पहले यदि पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त कड़ाई की होती तो संभवतः पूरा हरियाणा पंजाब दंगों की चपेट में आ जाता !………….पाखंडी बाबा को सिरसा से पंचकूला लाने के लिए सरकार नहीं जिम्मेदार थी !………समझदार सरकार ने उत्तमविधि से अवांछित सैलाब को रोका है !………चमकदार मीडिया अधिक मलाईखोरी के कारण खट्टर सरकार को खटारा साबित करने पर तुली है ,……जबकि ….वास्तव में माननीय मनोहरलाल खट्टर जी की सरकार ने मानवीय सामाजिक राजनैतिक दबाओं को सहते हुए श्रेष्ठ कार्य किया है !…..एकभी आम नागरिक का हताहत न होना सरकारी कार्यकुशलता का प्रमाण है !…… न्यायपालिका से भी उन्हें अप्रत्यक्ष सहयोग ही मिला है !…………..राजनैतिक विरोधियों विशेषकर कांग्रेसियों के लिए एक ही बात पर्याप्त है ,…….. “..तुम्हारी फैलाई बढ़ाई गन्दगी ही साफ़ हो रही है !……..तुम्हे तो नाक सिकोड़ने का अधिकार भी नहीं है !……..तुम जब व्यर्थ बोलोगे तब भारतीय जनता अपना टूटा चप्पल तुम्हारे मुंह पर मारेगी !….”……….रही बात उदारता मित्रता की तो लोकतंत्र में कौन राजदल किसी बड़े मतदाता समूह से शत्रुता कर सकता है ,……….सभी दलों के नेता उस ढोंगी के दर्शन करते थे !…..राजनीति में उसकी करीबी रिश्तेदारी भी हैं !….कुछ अधिकारी भी उसके भक्त रहे होंगे !……..दोष सिद्धि के बाद अपराधी से मैत्री करना राजनैतिक अपराध होगा !………धूर्त पाखंडी कलेबाज को अब आजीवन कठोर कारावास में ही रहना चाहिए !

माननीय उच्च न्यायलय ने डेरे की संपत्ति सूची मांगी है ,……..उससे ही हुए नुक्सान की भरपाई होगी …..हम न्यायालय को पुनः नमन करते हैं !……….. अब इस अपराधी डेरे का अस्तित्व समाप्त होना चाहिए !…………इसके अधिकाँश प्रबंधक कार्यकर्ता निश्चित अपराधी हैं !…….पाखंडी प्रमुख पर एक वीर पत्रकार की हत्या का आरोप है ,…अपने ही प्रबंधक की हत्या का आरोप भी है ,…..अनेकों नारियां इस अपराधी गिरोह की शिकार हुई होंगी !………माननीय न्यायालय से सबकी यथायोग्य भरपाई करने की विनम्र विनती है !…………संपत्ति क्षतिपूर्ति तो इनसे होनी ही है !…….मारे गए डेरा समर्थकों से भी कुछ सहानुभूति होनी चाहिए !……….ये अधिकाँश लोग अहंकार की आड़ में अपराधियों द्वारा बहकाए गए हैं ,…..अपराधलिप्त उद्दंड कार्यकर्ताओं को दंड आवश्यक है ,….लेकिन ……सामान्य डेरा प्रेमियों से नफरत का कोई कारण नहीं है ,……..प्रभाव क्षेत्रों की स्थानीय मानवता को इन्हें जमकर गले लगाने ,….ह्रदय से अपनाने की आवश्यकता है !…….. इनको अँधेरे में रखकर डेरे ने झूठा सौदा किया है !……..इनके तथाकथित गुरु ने इन्हें भारी धोखा दिया है !……सच्चे सौदे के लिए डेरा प्रेमियों को भी अपना मिथ्या अहंकार त्याग देना चाहिए ,…उनको स्वीकार करना चाहिए कि …उनका डेरा स्वामी झूठा सौदागर निकला !…परमात्मा सबके एक हैं ,…हम सब उनका कोई भी नाम कहीं भी प्रेम से ले सकते हैं ,….वो सबकी सुनता ही है ,..हमें मिलने वाला प्रत्येक फल हमारे कर्मों पर निर्भर होता है !……….धोखेबाजों अपराधियों को यथायोग्य दंड अपेक्षित है लेकिन,… पीड़ितों से प्रेम करना मनुजता का प्रत्येक पंथ सिखाता है !……….अंत में हम जांच अधिकारियों/दलों को उनकी समर्पित सेवा के लिए सादर प्रणाम करते हैं ,….आदरणीय न्यायालय , योग्य हरियाणा सरकार, जांबाज पुलिस अर्धसैनिक बलों का हार्दिक अभिनन्दन करते हैं ,……और … आसन्न परिस्थितियों से सफलतापूर्वक निपटने की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं !…….……ॐ शान्ति !………भारत माता की जय !!……. ……..वन्देमातरम !!!

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