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बैंक घोटाले !

युवामंच
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आदरणीय मित्रों ,…सादर प्रणाम !..

इस बसंत ऋतू में बैंक घोटाले खुल रहे हैं ,….ताजा बड़े मामले में हीरा कारोबारी नीरवमोदी और मेहुल चौकसी के कुकृत्य खुले हैं ,…….ये धन पशु पंजाब नेशनल बैंक की एक ही शाखा से लगभग ग्यारह हजार करोड़ ले उड़े ,…….सरकारी तंत्र की प्रशंसनीय सक्रियता से मात्र एक सप्ताह में धनपशुओं की लगभग छह हजार करोड़ की संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं ,……..श्रेष्ठ सरकार के समर्थ बल ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रहें हैं !………..नीरव और मेहुल खुलासे की भनक लगते ही विदेश भाग चुके हैं !…….तुच्छ नीच अहंकारी धनपशुओं को लगता होगा कि,.. विजय माल्या की तरह वो भी कहीं ऐशोआराम करते रहेंगे !….. भारतीय अपराधी चोर माल्या आज भी ग्रेट-ब्रिटेन के लिए शान सम्मान कमा रहा है !……बहरहाल हम ब्रिटेन समेत संसार के सभी देशों से जनअपराधियों को कदापि शरण न देने का विनम्र आग्रह करते हैं !………हम अपना लूटा धन वसूल कर लें ,….मक्कार अपराधियों को समुचित सजा दे दें ,…फिर कोई देश उनको अपना राष्ट्रीय अतिथि बनाये तो हमें कोई आपत्ति नहीं होगी !…..खैर …नीरव मेहुल ने कलाकारों के साथ अपने ग्राहकों को भी खूब ठगा है !…….इन धनपशुओ को उनके किये की सजा शीघ्र मिलनी चाहिए !

एक और बड़े मामले में कानपुर के बड़े व्यवसायी कोठारी पिता पुत्र जेल पहुँच चुके हैं ,…….आज की खबर के अनुसार दिल्ले का एक हीरा निर्यातक भी सैकड़ों करोड़ लेकर भाग चुका है !……..खैर बैंक घोटालों को थोड़े ध्यान से समझना होगा !….कई प्रश्न उठते हैं ,….क्या कोई ब्रांच अपने स्तर पर हजारों करोड़ दे सकता है !…..आम आदमी को लाख दो लाख का कर्जा लेने के लिए बैंक दसियों बार दौडाते हैं ,…..बहुतायत बैंकों में आज भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने पर अधिकारी पांच से दस प्रतिशत रिश्वत लेते हैं !……क्या बैंकों में रिश्वत देकर कुछ भी कराया जा सकता है !…..घोटाले में रुकावट बनने वाले पंजाब नेशनल बैंक के एक सत्यनिष्ठ उच्चाधिकारी को त्यागपत्र देने पर क्यों विवश होना पड़ा था ,….कांग्रेस सरकार के किस मंत्री अधिकारी ने उनपर दबाव बनाया था !…..वैसे ……. सभी बैंक घोटाले भी कुकर्मी कांग्रेसराज में पैदा होकर जवान हुए ,……अब वही कांग्रेस बेशर्मी से श्रेष्ठतम मोदी सरकार पर भौंक रही है !…..आदमखोर कुत्तों को घोटाले बाज काला मोदी और पूज्य प्रधानसेवक मोदी में उपजातीय समानता में भी मस्त मलाई दिखती है !……… अकारण भौकना किसी प्रजाति का स्वभाव भी हो सकता है !……..वैसे ……घोटालों के लती खानदानी राजदलों का दर्द समझा जा सकता है !……… सर्वोच्च हरामखोर लोभियों को अपने अंजाम की विशेष चिंता होगी ,…..भारतीय जनता भी उनको जेल में देखना चाहती है !……भारतीय कांग्रेस नित्य अपनी कब्र और गहरी करती जा रही है !…

अब समय आ गया है कि हमारी श्रेष्ठ सरकार भारतीय बैंकों में पूर्ण सुरक्षित कारगर जनहितकारी परिवर्तन करे !……महालोभियों के लिए बैंकों में कोई जगह नहीं होनी चाहिए !………बैंको की कार्यपद्धति में पूर्ण पारदर्शिता होनी चाहिए !…….और तमाम बैंकों का प्रभावी पुनर्गठन होना चाहिए !……..सरकारी क्षेत्र में एक या दो सेवाभावी प्रभावी समर्थ बैंकों को ही रहना चाहिए !…….निजी क्षेत्र के बैंकों को भी मिलाकर एक बनाना चाहिए !…….एक सर्वोत्तम विचार यह भी है ,…….सरकारी निजी सभी बैंकों को मिलाकर एकमात्र विशाल भारत बैंक बने !…..,,,इससे हमारी अर्थव्यवस्था को महान मजबूती मिलेगी !….इससे जनता का इस बैंक से उस बैंक में भागदौड़ से मुक्ति मिलेगी !….सबका थकाऊ काम घटेगा और कार्यकुशलता बढ़ेगी !……..आज का यथार्थ यह है कि जनता बैंकों के मकडजाल से परेशान है !……..एक बैंक नेक बैंक भारत बैंक बनाकर हम अपेक्षा से अधिक स्वच्छ कार्यकुशलता ला सकते हैं !…….. भारतीय रिजर्व बैंक की कार्यक्षमता भी बढ़ानी होगी !……शायद पूर्व गवर्नर रघुराम राजन जी अपने काले घोटालों की कालिख से बचने के लिए ही बैंकिंग छोड़कर पढ़ाने लगे !…….बहरहाल बैंक घोटालों की सर्वाधिक जिम्मेदारी भारतीय रिजर्व बैंक की है !…….रिजर्व बैंक की कार्य पद्धति और क्षमता सुधारने के लिए भी हमें पर्याप्त प्रभावी कार्य करने होंगे !……नीचे से ऊपर तक फैला दलालतंत्र हमें मिटाना होगा !

अंततः ,….हम मानव एक मानसिक विचारशील पशु है ,………सार्वजनिक सेवाओं में हमारी पशुता न उभरे इसके लिए महान मोदी सरकार को और महान कार्य करना होगा !…….हमारे पूज्य प्रधानमंत्रीजी ने भरोसा दिया है कि जनता का पैसा गलत हाथों में नहीं जाने देंगे !……लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि प्रत्येक सरकारी संगठन में लोभी कान्ग्रेसियत जमी है !…….इस कालिख को निर्ममता से रगड़ खुरचकर छुडाना पड़ेगा !………..श्री माँ मीरा अल्फांसा ने धन के विषय में कहा है कि ,… “..धन एक शक्ति है ,प्रकृति की एक शक्ति है ,उसे संचरण का एक साधन होना चाहिए ,..एक गतिशील शक्ति होनी चाहिए जैसे बहता हुआ पानी ,…यश ऐसी चीज है जो उत्पादन में व्यवस्था में सहायता कर सकती है !…………समस्त धन संपदा भगवान् की है !”…….बैंकों को इस महान शक्ति का पूर्णतः सदुपयोग ही करना चाहिए !……… ॐ शान्ति !………भारत माता की जय !!………..वन्देमातरम !!!

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