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आप लोग सोच रहे होगे की मैंने ये ऐसा क्यूँ लिखा ..पर यकीन मानिये इसमें सचाई है….आज हमारे पुरे देश में चुनावी माहोल ठण्ड के मौसम से जादा गरम है ….ठण्ड उतरने का नाम नहीं ले रही है लेकिन चुनावी गर्मी बढती जा रही है ….और साथ ही मतदाताओ को जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाये जा रहे है …
हाँ अभियान से याद आया की एक रात में अपने कमरे में बैठ कर पढ़ रही थी तभी अचानक बाहर से एक दल भाजपा का नारा लगाते हुआ जा रहा था ,मै जल्दी से बाहर गयी और देखा …सब कितने जोश में थे …तभी उस दल में से एक की नज़र मुझ पर पड़ी …तो उसने भाजपा का पाम्लेट मुझे दिया और कहा कमल हमारा चुनाव चिह्न है मुझे समझ में नहीं आ रहा था की मै हँसो या फिर उनके दल में शामिल होकर मै भी भाजपा का नारा लगाऊ |
ये तो चलो होता ही रहता है लेकिन दुसरे दिन जब में कॉलेज गयी तो वहा भी दोस्तों के बीच चुनाव का माहोल गर्म था तो लगे हाथो मैंने भी चुनाव के बारे में बात करना शुरू कर दिया …..
कुछ लोग कह रहे थे सपा को वोट करो ….कुछ लोग कह रहे थे…..कांग्रेस को करो….तो कुछ लोगो ने कहा नहीं कांग्रेस को मत करो ……भाजपा को करो……….पर सोचने वाली बात थी किसी ने बसपा सरकार यानी की हमारी मायावती सरकार का किसी ने नाम नहीं लिया…..
हमने अपने दोस्तों से पूछा की वो किसे वोट देना पसंद करेगे तो उसने कहा ….”यार मै तो सपा को करना चाहता हो लेकिन मुझे भाजपा को देना पड़ेगा क्यूंकि मेरे बड़े राजनीती में है और वो कह रहे है की भाजपा को वोट करो ….अब बताओ मै क्या करो…..” कितना कह केर वो चला गया ..लेकिन मैं सोचने लगी ….की अब चुनाव में भी भ्रस्टाचार …..
ज़बरदस्ती किसी को वोट दिलवाया जाये ये तो हमारे लोकतत्र के हित में नहीं है लेकिन सच्चाई तो यही है और बरसो से ऐसा ही होता आ रहा है …..राजनीती में लोग अपने दलों को जीताने के लिए कई लोभावने मार्ग प्रसत करते है ……क्या भारत जैसे लोकत्रांतिक देश में ऐसा होना कहा तक सही है……क्या हमारा सविधान यही कहता है ….क्या चुनाव में भ्रस्टाचार होना सही है…नहीं ऐसा नहीं होना चाहिए और ना हम ऐसा होने देंगे ….चुनाव से भ्रस्टाचार मिटाने के लिए हमें अपने मत का सही प्रयोग सही सरकार चुने ..ना किसी के दवाब में आकर ..
हम अपने साथियो से यही उम्मीद करते है…की वे एकार्ग मन से एक सही उमीदवार का चुनाव करे और राजनीती और प्रशासनिक व्वस्था मज़बूत करे |
शालिनी शर्मा
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