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मुझे आइडिया चाहिए

make your critical life easier
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मित्रो, बड़ी मजेदार तथ्य है कि जब भी हमें अपने व्यापार, परिवार, मित्रो और किसी भी चीज़ के लिए जब किसी नए आईडिया कि जरूरत होती है तो अक्सर हम परेशां हो जाते है. हमें कोई न कोई नया उत्तेजक आईडिया चाहिए होता है, जो पर्याप्त मानसिक मंथन के बाद भी नहीं मिलता. अब हम परेशां है कि क्या करे. व्यापार कि वृद्धि के लिए क्या करे? मित्र को जन्म दिन पर क्या तोहफा दें? पार्टी में जाना है क्या पहने? विवाह कि वर्षगांठ पर पत्नी को क्या तोहफा दे? बच्चा जिद कर रहा है उसे कैसे पोटें? हमें दिन में न जाने ऐसे कितने आईडिया चाहिए होते है लेकिन क्या करें दिमाग तो काम ही नहीं करता.

अब बारी आती है मित्रो और पड़ोसियों कि. हमारे विचार से वो हमें अच्छा आईडिया दे सकते है. ये अलग बात है कि वो भी हमारी तरह ही मंथन कर रहे होते है फिर भी इस आस में कि शायद उनका कोई पुराना आईडिया ही हमारे लिए नया अवतार ले लेगा, हम ये जिम्मेदारी उन्हें सौंप देते है. बार बार विनम्र निवेदन करना भी नहीं भूलते कि भाई जरा जल्दी और बहुत ही अलग सा आईडिया देना. अब मित्र और पडोसी सर खुजाने में लग जाते है कि इसे क्या आईडिया दिया जाए. बड़ी ही आसानी से वो अपना कोई भी ऐसा घिसा पिटा आईडिया जो आपको मालूम न हो, आपको देकर अपना पिंड छुड़ा लेते है.

ये सचमुच बहुत मुश्किल काम है. और ये केवल आपकी समस्या नहीं है, हर आदमी कि समस्या है. आईडिया, आईडिया और सिर्फ एक उत्तेजक आईडिया. हर बार एक नया आईडिया? सवाल ये उठता है कि हम इतने आईडिया परस्त क्यों है? फिर भी अगर चाहिए तो कुछ नीचे लिखा संक्षिप्त, सरल आईडिया आजमाए.
शांतिपूर्वक बैठ जाए और भूतकाल में ध्यान केन्द्रित करें. ये पता करने कि कोशिश करें कि दस साल पहले भी जब आप इसी मुश्किल में थे तो आपने क्या किया था? उस समय आपने कौन सा आईडिया आजमाया था? अगर आपको याद आ जाये तो उसे फ़ौरन अमल में ले आये. इसी तरह हर उस स्थिति के लिए जिसके लिए आप आज जूझ रहे है, भूतकाल से उसके लिए आईडिया ले लें. है न बिलकुल आसान?बेशक आप अपने भूतकाल से भी पीछे चले जाए. हर युग में, हर काल में लोग नए नए आईडिया पैदा करते रहे है. अब आप कहेंगे के इतना पुराना आईडिया? ये किसे पसंद आएगा?

तो मित्रो, इतना समझ ले कि कोई भी आईडिया या विचार कभी पुराना नहीं होता. वो हमेशा  अर्थपूर्ण होता है. अगर आपने गौर किया हो तो फिल्मो में परिधान, आज के फैशन के बड़े बड़े महारथी विचार कहाँ से ले रहे है ? ये सदियों पुराने आईडिया है जो आज नए लगते है. सच तो ये है कुछ दशक पुराने आईडिया ही हमें आज इतने नए लगते है कि वो मौलिकता कि श्रेणी में आ जाते है क्योंकि पीढियां बदल जाती है और उन्हें उन पुराने आईडिया के बारे में कुछ भी पता नहीं होता.  इसलिए वो उनके लिए नया हो जाता है. इसलिए जो भी आपके पुराने बक्से में है उसे बाहर निकालें और वो शर्तिया नया हो जाएगा.

याद रखे, आईडिया में बहुत शक्ति भी है. इसने लोगों कि ज़िन्दगी बदल दी है. अगर आपने कुछ बदलना है तो केवल विचार बदलें. बाकी चीज़ें खुद ब खुद बदल जायेंगी. विचार में बदलाब की बड़ी शक्ति है. एक सच्चे सन्यासी को विचार आता है की ये दुनिया के अलावा भी बहुत कुछ है और मुझे उसे जानना चाहिए. अगले ही पल से उसके इस विचार के चलते उसके सारे भौतिक पहलू बदलने लगते है. उसका आवरण, उसका आहार विहार, उसकी दिनचर्या सब बदल जाता है. लोग उसे सन्यासी बताने लगते है. ये विचार ब्रह्माण्ड से आते है जहाँ व्यापक तौर पर इनकी उपस्थिति है. विचारों में अपने सजातियों को समेटने की क्षमता भी होती है. कोई भी विचार अंपने जैसे विचारो को आकर्षित करता है. आपको किस प्रश्न  का उत्तर चाहिए तो तो वो प्रश्न हवा में छोड़ दीजिये. जल्दी है उसका उत्तर आपको मिल जाएगा. यदि एक पल आप आत्महत्या का विचार अपने दिमाग में लाते है तो देखेंगे के जल्दी ही आपकी आत्महत्या के पक्ष में सकारात्मक सोच पैदा हो जायेगी. यदि आप उससे विपरीत विचार लाते ही तो परिणाम वैसा ही होगा.

विचार आप किसी से भी ले सकते ही. प्रकृति से, स्वयं से, समाज से लेकिन वो सुदृढ़ आपके दिमाग में ही होगा. ये विचारों का ही कमाल है कि कुछ लोग अन्तरिक्ष में सैर कर रहे है. कुछ पाताल में खोज कर रहे है. सदियों पुरानी चीज़ों को खोज कर उन्हें जिंदा किया जा रहा है. सो कही न जाएँ, विचार छोड़ें और मनचाहा परिणाम प्राप्त करें.

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