Menu
blogid : 12455 postid : 1375508

चुनाओं में कांग्रेस को हल्का सा झटका जोर से लगा

jagate raho
jagate raho
  • 456 Posts
  • 1013 Comments

गुजरात में भाजपा की छटी जीत, वो भी तब जब मोदीजी ने गुजरात की सत्ता अपने ही पार्टी के किसी वफादार को सौंप दी थी ! हाँ ये पहरेदार जरा सुस्त पड़ गया था ! कांग्रेस ने यूपी से अखिलेश को, बिहार के लालू से आशीर्वाद, दोनों कम्युनिष्ट, मायावती, ममता बनर्जी और भाजपा से नफरत करने वाले छोटे बड़े काले दिल वालों से भी आशीर्वाद का तोहफा सर पर बाँध कर राहुल को आगे करके सारे काले दाग वाले भ्र्ष्टाचारी नेताओं का जमघट इकट्ठा किया और हिमांचल की प्रवाह न करते हुए गुजरात में अड्डा जमा दिया ! सब ने अलग अलग रैलियां निकाली, अलग अलग प्रचार प्रसार में केवल मोदी जी को बुरा भला कहा, उनकी नीतियों को जनता के लिए नुकशान दायक करार दिया ! कांग्रेस के नामी गरामी मणिशंकर अय्यर जैसे जहर उगलने वाले इतने नीचे गिर गए थे, की मोदी जी को नीच शब्द का इस्तेमाल करने से भी उसकी जीब कट कर नहीं गिरी ! राहुल ने तो अपने भाषणों में हर नई पंक्ति मोदी जी के नाम से ही शुरू की ! इस जमघट में एक नई जानकारी उभर कर सामने आई, इसमें सारे वही लोग थे, जिनका भ्रष्टाचार, कालाधन , जमाखोरी में करोड़ों कैस घरों में छुपाया हुआ था या विदेशी बैंकों में बेनामी पड़ा था, आयकर की चोरी करने के लिए, और नोट बंधी के बाद या तो सरकारी छापा पड़ने से सरकारी खजाने में जमा होगया, या फिर निश्चित तारीख के बाद वह धूल मिटटी में तब्दील होगया ! जीएसटी में उन गैर जिम्मेदार उद्योगपतियों, व्यापारियों, धनपतियों पर ज्यादा असर पड़ा जो आयकर चोरी करते थे और सरकार को हर साल अरबों का चुना लगाते थे ! आम आदमी केंद्रीय सरकार के इन दोनों फैसलों से खुश थी, खुश है ! नतीजा सामने है की सारा विपक्ष, और गुजरात के तीन नव जवान जो खुद गावों में रहते हैं और गावों में उनकी अच्छी पकड़ है, ये तिकड़ी थी, हार्दिक पटेल, अल्पेश, जगनेस जो अबके कांग्रेस के साथ थे, इसलिए की कांग्रेस इन्हें आरक्षण दिला देगी ! लेकिन कांग्रेस का साम, दाम, दंड, भेद कोई काम नहीं आया ! भाजपा फिर जीती और छट्टी बार जीती ! ये तीन नव जवान लगते हैं बिलकुल जाहिल और अनपढ़ हैं, जिन्हें अपने वरिष्ठों को जलील करना और असभ्य भाषा के अलावा कुछ आता ही नहीं है ! अपने बड़ों को कैसे इज्जत दी जाती है, इनके माता पिता ने इन्हें शायद सिखाया ही नहीं है ! आज का मतदाता काफी सभ्य और होशियार है, पता नहीं मीडिया अब इनका साक्षात कार करने इनके दरवाजे पर क्यों पहुँच रही है !

राहुल गाँधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही हिमांचल प्रदेश कांग्रेस ने तुरंत हार का उपहार भेंट कर दिया ! अब राहुल जी अपने हार की झेंप मिटाने के लिए अपनी पार्टी की हार से मिले तनाव से निजात पाने के लिए, कह रहे हैं “गुजरात में भाजपा को जबरदस्त धका लगा” ! वाह कांग्रेस की सोच, धक्का लगा भाजपा को, लेकिन भाजपा खेमे में ख़ुशी की लहर, वहां मिठाइयां बंट रही हैं और बिल्डिंग हिल रही है कांग्रेस की ! कांग्रेसियों में अफरा तफरी मची हुई है की ‘गुजरात और हिमांचल की हार का मटका किस के सर पर फोड़ें’ ?
राहुल गांधी प्रधान मंत्री से प्रश्न कर रहे हैं की वे “भ्रष्टाचार” पर पूछे सवालों का जबाब क्यों नहीं दे रहे हैं ? राहुल जी जब तक प्रधान मंत्री इस विषय पर चुप्पी साधे हैं तभी तक ठीक है, एक बार उनहोंने बोफर्स, इंग्लैण्ड, इटली, स्वीट्जरलैंड के बैंकों में पड़ा काला धन की पुस्तक के पन्ने खोलने शुरू कर दिए तो कांग्रेसियों को मुंह छिपाना भी भारी पड़ जाएगा ! जो परदे में है, परदे में रहने दो ! बाकी मर्जी आपकी !

कांग्रस पार्टी संसद का शीत कालीन अधिवेशन नहीं चलने दे रही है ! उनकी पार्टी का शोर शराबा, उधमबाजी, कुकर्मों को जनता देख रही है ! भाजपा सिंगल पार्टी बहुमत में है, उसके सहायक (शिवसेना को छोड़ भी दिया जाय ) तब भी किसी भी बिल को संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस के शोर शराबा मचाने के बाद भी पास करा सकते हैं ! कांग्रेस की सियत के लिए अच्छा है की जनता की भलाई के लिए जनता के खून पशीने की कमाई को अपने हंगामें, शोर शराबे में मत डुबाएं ! पुराने खूंशाट नेताओं को जो जीवन के अंतिम पड़ाव पर हैं, उन्हें छोड़ भी दें तो राहुल गाँधी जैसे नव जवानों के भविष्य के बारे में सोचो ! इस तरह के हंगामों से कांग्रेस पार्टी जनता से दूर होती चली जाएगी, इस वरिष्ठ नागरिक की सलाह पर गौर करना और आगे की रण नीति बनाना ! भारत माता की जय !

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply