- 329 Posts
- 1555 Comments
कहते है कि जब बाप का जूता बेटे के पैर में आ जाएं तो बेटा बाप को कुछ नहीं समझता. परंतु बेटा यह नहीं जानता कि बाप बाप ही होता है, और बेटा बेटा ही. मीडिया ने जिस अरविंद केजरीवाल को रामलीला मैदान से उठाकर देश भर में पहचान दी, वहीं अरविंद आज मीडिया पर गुर्रा रहा है. दिल्ली की जनता को बेवकूफ बनाकर भागा अरविंद केजरीवाल आज मीडिया कर्मियों को जेल भेजने की बात कर रहा है. मीडिया कर्मी जेल जाएं न जाएं यह तो समय बताएगा, लेकिन इस बीच अगर कहीं मीडिया अपनी औकात पर आ गया तो यह तय समझिए आप का दम जरूर निकल जाएगा. वैसे भी मीडिया के सहयोग के बिना अरविंद केजरीवाल या आप को कौन जानता था या जानता है. अरविंद नायक बनने के चक्कर में बिल्ली और शेर की कहानी कैसे भूल गया. जिसमें शेर शिकार के सारे दांव-पेंच सीखने के बाद बिल्ली मौसी पर ही झपट पडा. लेकिन उस समय अपनी जान बचाने के लिए बिल्ली पेड़ पर चढ़ गई. तब शेर ने कहा कि मौसी यह दांव तो सिखाया ही नहीं. बिल्ली ने कहा बेटा एक दांव तो अपने लिए रखना ही होता है. फिर चेला कितना भी शक्कर हो जाएगा, पर रहेगा तो चेला ही. जैसे बाप बाप होता है और बेटा बेटा ही. भ्रष्टाचार से दुखी आदमी ने अन्ना की मुहिम को सपोर्ट क्या कर दिया, अरविंद केजरीवाल खुद को किंग समझने लगा. अन्ना हजारे की भावनाओं के दरकिनार करते भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली की सत्ता से दूर रखने के लिए उसी कांग्रेस पार्टी से हाथ मिला लिया. जिसके खिलाफ जनता का गुस्सा अपने चरम पर था. इस मुहिम में मीडिया ने जरूरत से ज्यादा आप का साथ दिया. लेकिन समय का खेल देखिए मीडिया का पैदा किया नेता आज मीडिया को ही जेल भेजने की बात कर रहा है.
Read Comments