एक राजा का महल और उसके किले मैं असंख्य मंत्री नौकर चाकर और खुले खूंखार कुत्ते सब जानते पहिचानते हैं कि फटे कपड़ों वाला ,बड़े बालों ,दाढ़ी वाला अवश्य ही चोर या आतंकवादी ही होगा | अतः ऐसे व्यक्ति को लताड़ने या काट खाना भी इस परिसर के जीवों का धर्म ही होता है | यह सब ज्ञान इस परिसर के जीवों के जींस मैं ही होता है | इसके लिए किसी शिक्षा की जरूरत नहीं होती है | कुत्ता अपने स्वामी के दुश्मन को भी सहजता से पहिचान लेता है और भोंकना आरम्भ कर देता है कभी कभी काट भी खाता है | यह ज्ञान भी उसे जन्मजात भगवन द्वारा प्रदान कर दिया जाता है | कभी कभी ऐसा भी होता है की कोई ऐसा व्यक्ति आ जाये जिसको सम्मान देना लोक लाज के लिए आवश्यक हो जाता है अतः उसका ज्ञान भी पुचकारते अपने जीवों को दे दिया जाता है और समझदार जीव अपनी भाषा मैं बदलाव दिखा देते हैं | जीवो तुम्हारा तो धर्म ही भोंकना होता है मैं तो सर्वोच्च पदस्त हूँ मार्ग दर्शन करना ही पड़ता है | पद को गौरवान्वित करना भी धर्म होता है | ……………………………………………………………………..…..कपिल के लाफ्टर शो की तरह ही हँसना ही पड़ता है चाहे कुछ हँसने की बात हो या न हो | डयूटी ही हँसने की होती है | दर्शक तो चाहे बोल समझे या न समझ पाये सबको हँसते, हँस ही देते हैं फिर आपस मैं पूंछते रहते हैं क्यों आई हँसी ….? ………………………………………………………………..इंडिया यानी भारत के टुकड़े हिंदुस्तान और पाकिस्तान की तरह हुआ | हिन्दू से हिंदुस्तान ,मुस्लमान से पाकिस्तान | फिर क्यों हिन्दू पाकिस्तान मैं और मुस्लमान हिंदुस्तान मैं दीखते हैं ,जब दिखेंगे तब जीवों ने अपनी स्वाभाविक वाणी बोलनी ही पड़ती है | यह भगवन की दी वाणी है जो स्वाभाविक रूप से निकल ही जाती है | तभी तो राजा को सम्भाषण करना पड़ता है कि यह मुस्लमान देश भक्त हैं इनकी और कुदृष्टि मेरे सामने मत डालो | ……….………………...भगवन कृष्ण ने गीता मैं कहा है कि…………………………………… जैसा .आचरण श्रेष्ट पुरुष करते हैं अन्य पुरुष भी वैसा वैसा आचरण करते हैं |वह जो कुछ प्रमाण कर देता है ,समष्त मनुष्य समुदाय उसी के अनुसार बरतने लगता है | ………………………………..एक राजा ने अपना राज धर्म निभा दिया | अब कूटनीतिज्ञों को यदि धर्म मैं भी कुनीति दृश्य हो रही है तो इसमें राजा का क्या दोष ….| ……………………………राजा ने तो अपना धर्म इसलिए निभाया की मुसलमानो को पहिचान लो | यह मुस्लमान नहीं यह हिन्दुस्तानी हैं | इनके ऊपर भोंकना उचित नहीं है | यह निरीह जीव कुत्ता तो समझ चुका है | किन्तु विडम्बना यह हो रही है की मनुष्यों मैं श्रेष्ट हिन्दू नहीं समझ पा रहा है | क्या हिंदुस्तान को दुनियां का विकसित देश नहीं बनाना चाहता है | यदि विकाश चाहता है …,विकसित देश कहलाना चाहता है तो क्यों नहीं मुसलमानों को हिन्दुस्तानी कह कर सम्मान देता है | शायद नरेंद्र मोदी जी यह भूल चुके हैं कि हिंदुस्तान मैं सब हिन्दू हैं यह उद्घोषणा भूल गए हैं जो आपके ही गणों के सम्भाषण हैं | हिंदुस्तान मैं मुस्लमान हैं ही नहीं तो उनको किस सर्टिफिकेट कि आवश्यकता है कि वे देश भक्त हैं | …………………..……………………………….शाब्दिक अर्थ से भी सिधु नदी के इस तरफ रहने वाले सब हिन्दू ही तो हो | तो फिर क्यों नहीं स्वीकार कर लेते की तुम भी हिन्दू ही हो | हिंदुस्तान मैं रहने वाले हिन्दू …| जड़ ही ख़त्म हो जाएगी ,किसी प्रमाण पत्र क़ी जरूरत नहीं होगी ...| …………………………………………………………………………………….एक सुर मैं सारे हिन्दुस्तानी यह गीत गाते गर्व करेंगे ………………………………………………………………..सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा ,हिंदी हैं हम ,बतन है हिंदुस्तान हमारा ……| …………………………………………………..सम्पूर्ण विश्व मैं सर्व शक्तिशाली विकसित देश हिंदुस्तान हो जायेगा | विकाश कि जड़ हिंदुस्तान से ही उगेगी | जिसके फल विश्व मैं बनते जायेंगे | ओबामा को पीछे छोड़ देने वाले नरेंद्र मोदी जी ही होंगे | अमेरिका ,चीन, जापान सब पानी भरते नजर आएंगे | रुपया ,डॉलर को भी पीछे धकेल देगा | …………………………….…स्वर्ग मैं ब्रह्मा विष्णु महेश सब देवताओं के साथ पुष्प वर्षा करते हिंदुस्तान को एक बार फिर देव लोक से भी ऊँचा स्थान देंगे | सर्वत्र राम राज्य होगा | ..………………भगवन नमो क़ी जय जय कर होगी | ………………………………………………... जनता ओम शांति शांति शांति का जप करेगी
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