हाल ही में ‘पिंक’ फिल्म ने समाज का दोहरा चेहरा इस कदर दिखाया कि बहुत-से लोग सोचने को मजबूर हो गए कि वो कहां गलत हैं. फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक डायलॉग बोला है ‘हमारे देश में शराब करेक्टर को आंकने का एक तरीका है सिर्फ लड़कियों के लिए, लड़कों के लिए नहीं’. इस छोटे से डायलॉग में समाज के दोहरे चेहरे की सच्चाई छुपी हुई है, जहां लड़कियों को पैदा होते ही बेहतर इंसान नहीं बल्कि अच्छी बहू और पत्नी बनने की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी जाती है. जबकि लड़कों के साथ ऐसा कुछ नहीं है वो जो बनना चाहें, अपनी मर्जी से बन सकते हैं.
अब भारत में हालात जो भी हो लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां लड़कों को सबसे अच्छा पति बनाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है. जापान में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है, जहां पर नौजवान लड़के परफेक्ट पति बनने के लिए ट्रेनिंग लेते दिख रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां परफेक्ट पति बनने के लिए कोई डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स नहीं बल्कि बैचलर डिग्री करवाई जा रही है. जापान की ‘ईकुमेन यूनिवर्सिटी’ में बैचलर डिग्री के कोर्स में बच्चों को नहलाने, ड्राइपर बदलने, खाना खिलाने और बच्चों को हंसाने जैसी कई बातों की ट्रेनिंग दी जाती है.
इस कोर्स की सबसे दिलचस्प बात ये है कि इसमें लड़कों को प्रेंग्नेट होने के अनुभव से भी गुजरना पड़ता है. कुछ लड़कों को 70 किलो का एक प्रेग्नेंट मदर सूट पहनाया जाता है ताकि वो गर्भावस्था के दौरान एक महिला की शारीरिक और मानसिक स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकें. इन लड़कों को ये भी सिखाया जा रहा है कि औरतों को लड़कों में क्या आदतें बिलकुल पसंद नहीं होतीं और कौन सी बातों का उन्हें ध्यान रखना चाहिए.
इन लोगों का मानना है कि अभी तक सिर्फ लड़कियों को शादी के लिए फिट बनाया जाता था, अब ये लड़कों के लिए ज़रूरी है कि वो शादी को लेकर उतने ही अच्छे पार्टनर बनें. जब ये लड़के अपनी डिग्री पूरी कर लेते हैं तो इनके नामों को मैरिज ब्यूरों में भेजा जाता है ताकि इन्हें बेहतर रिश्ते मिल सके. भारत में जहां लड़कों को एक गिलास पानी भी खुद लेना नहीं सिखाया जाता, वहां जापान में इस कॉलेज में घरेलू काम-काज सीखने के लिए, एडमिशन लेने के लिए लड़कों की लम्बी लाइन लगती है…Next
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