शादी-ब्याह जैसे ख़ास अवसर पर शुरू हुई कोई प्रथा धीरे-धीरे प्रचलन में आ जाती है और फिर समय के साथ वो परिवर्तित होते रहती है. शादी का ज़िक्र होते ही वर के मन-मस्तिष्क में वधू और वधू के मन-मस्तिष्क में होने वाले वर की अंजान तस्वारें आकार लेने लगती है. लेकिन एक और चीज़ जो उन्हें रोमांचित करती है वो है शादी से जुड़े प्रचलित रिवाज़. विश्व के विभिन्न देशों में शादी से जुड़े कई ऐसे रिवाज़ है जो अनोखे हैं. भारत में भी शादी से जुड़े कई रिवाज़ प्रचलन में हैं. दिशा और दूरी के अनुसार इसमें अंतर आना स्वभाविक है. लेकिन आज आप जिस शादी के रिवाज़ में पढ़ेंगे वो कुछ अलग ही है. वो रिवाज़ भारतीय तो नहीं है, लेकिन है अनोखी!
भारत में कुँवारी युवतियाँ सुयोग्य वर पाने के लिए तरह-तरह के व्रत करती है जिसमें ‘सोलह सोमवारी’ सामान्य किंतु बेहद प्रचलित है. लेकिन दक्षिण अफ्रीका के ईथोपिया और सोमालिया के मध्य में बसी एक बस्ती में रहने वाली जनजाति की युवतियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए कुछ ऐसा करती है जिसे पढ़कर आपको हैरानी होगी! बोराना जनजाति की ये युवतियाँ अच्छे वर को पाने के लिए अपनी शादी से पहले सिर का एक बड़ा हिस्सा मुंडवा कर रखती हैं. इस जनजाति के लोग यह मानते हैं कि इस तरह सिर का एक हिस्सा मुंड़वाने से लड़कियों को अच्छे वर प्राप्त होते हैं.
माना जाता है कि बोराना जनजाति की लड़कियों को उनकी शादी के बाद ही पूरी तरह से बाल बढ़ाने और उसे सँवारने का पूरा मौका दिया जाता है. केवल इतना ही नहीं, यहां के लोग महानगरों की शादियों की तरह फोटो खिंचवाना भी अच्छा नहीं मानते. इनकी मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है.
लेकिन इसी समाज का एक सच यह भी है कि तेजी से बदलती प्रथाओं का कुछ प्रभाव यहाँ भी देखा जाने लगा है. जहाँ एक ओर उनमें शिक्षा के लिए ललक बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षित युवतियाँ धीरे-धीरे इस प्रथा से किनारा भी कर रही हैं. लेकिन अब भी इस प्रथा की जड़ें बहुत गहरी है. Next….
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