इंसान का खून पीने वाले ड्रैकुला, खुद को जवान रखने के लिए हर रोज एक जवान खून की तलाश में रहते हैं. उनका शिकार किसी भी रूप से उनसे बचने ना पाए इसलिए उस पर नजर रखते हैं. अपने पैने दांतों को अपने शिकार की गर्दन में गड़ाकर वह उसे बेहोश करते हैं और फिर उसके खून से हमेशा जवान रहने जैसी अपनी प्यास को काबू करने की कोशिश करते हैं.
आपको लगता होगा कि वैम्पायर, ड्रैकुला और इंसानी खून पीकर हमेशा जवान रहने जैसी उनकी हसरत सिर्फ कल्पना-कहानियों का ही हिस्सा है, असल जिन्दगी में कहां ऐसा कुछ होता है. आपके लिए तो उन तांत्रिकों का होना भी मनगढ़ंत बातें ही होंगी जो जवान गर्म खून को पीकर ताउम्र जवान रहने के लिए कुछ भी कर गुजरने की हिम्मत रखते हैं.
जाहिर तौर पर बॉलिवुड, हॉलिवुड की फिल्मों और काल्पनिक कहानियों में ड्रैकुला, वैम्पायर और ऐसे तंत्र साधकों का खुलकर प्रयोग किया गया है लेकिन आप इस बात को सुनकर हैरान रह सकते हैं कि जवान व्यक्ति का खून पीकर जवानी हासिल करने जैसी बातें मिथ्या नहीं हैं और ना ही यह भ्रामक हैं. हर बार विज्ञान की शरण लेकर ऐसी बातों से किनारा करने वाले लोग यह जानकर भयभीत जरूर हो सकते हैं कि अब तो वैज्ञानिकों ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है कि अगर किसी बूढ़े व्यक्ति के शरीर में किसी जवान इंसान के खून को ट्रांसफर किया जाता है तो वह बूढ़ा उस जवान की भांति हो जाएगा. इतना ही नहीं उसका दिल और दिमाग भी एक जवान की ही तरह कार्य करने लगेगा.
हारवर्ड मेडिकल स्कूल में न्यूरोलॉजी की प्रोफेसर रुडोल्फ तंजी का कहना है कि ब्लड ट्रांसफ्यूजन जैसी बात जो सामने आ रही है वह ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकती है. कॉर्नेल विश्वविद्यालय में की गई क्लाइव एम. मैकके द्वारा यह खोज यूं तो 1950 के एक्सपेरिमेंट्स पर आधारित है लेकिन जो नतीजे आए हैं, उसे देखकर सभी वैज्ञानिक और इस विषय से जुड़े डॉक्टर्स काफी एक्साइटेड हैं.
जैसा कि अकसर होता है इस बार भी ये परीक्षण चूहों पर सबसे पहले किया गया जिसके बाद यह पाया गया कि जवान चूहे के खून को जब उम्र में बड़े चूहे में डाला गया तो उनका शरीर अपेक्षाकृत बेहतर तरीके से काम करने लगा. अभी इस परीक्षण को इंसानी शरीर पर करना बाकी है, जिसके बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि ड्रैकुला या वैम्पायर अपनी जवानी को बरकरार रखने और तांत्रिक सिद्धियां प्राप्त करने में लगे लोग भौतिक दुनिया के सुख को हमेशा भोगने के लिए जवान खून की तलाश में रहते हैं वह सिर्फ कल्पनाओं की ही बात नहीं बल्कि असल जिन्दगी में भी ऐसा होता है, जिसे विज्ञान ने भी अब स्वीकार कर लिया है.
वैसे इस एक्सपेरिमेंट के बारे में जानकर उन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है जो अभी जवान हैं, क्योंकि क्या पता वह कब किसकी जवान रहने की हसरत पूरी करने का जरिया बन जाएं.
Read More:
Read Comments