अमर कौन नहीं होना चाहता! इस बात को एक स्थापित सत्य मान लिया गया है कि जो धरती पर पैदा हुआ है उसे एक न एक दिन मरना ही होता है. लेकिन कैंब्रिज विश्वविद्यालय से जुड़े एक वैज्ञानिक का कहना है कि यह पूरा सत्य नहीं है. इस धरती के ऊपर ऐसे कई इंसान पैदा हुए हैं जो कि अमर हैं. अपने इस दावे को साबित करने के लिए इस वैज्ञानिक के पास अपने तर्क हैं.
इस वैज्ञानिक का नाम है औब्रे डी ग्रे जो कि एक जेरॉन्टोलॉजिस्ट हैं. जेरॉन्टोलॉजिस्ट उम्र के बारे में सभी पहलुओं का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक को कहते हैं. औब्रे डी ग्रे के अनुसार एक ऐसा व्यक्ति जो सभी प्रकार के बीमारियों से मुक्त हो और जिसके शरीर में ऐसी कोई व्याधि न उत्पन्न हो जो उसके मृत्यु का कारण बन सकती है वह अमर हो सकता है.
Read: सांस रुकने से पहले यह सोचता है मौत की सेज पर सोया व्यक्ति
औब्रे डी ग्रे का कहना है कि अगर लोग उनसे यह सवाल करते हैं कि क्या दुनिया में किसी ऐसे व्यक्ति का अस्तित्व संभव है जो काफी वर्षों से जिंदा हो और उसे किसी भी तरह की बीमारी न हो, तो उन्हें मेरा जवाब होगा कि ऐसी संभावना बहुत ज्यादा है कि ऐसा व्यक्ति जिंदा है. औब्रे डी ग्रे कैलिफॉर्निया स्थित स्ट्रैटजी फॉर इंजीनियर्ड नेग्लिजिबल सिनेसेंस (एसईएनएस) रिसर्च फाउंडेशन के को-फाउंडर हैं. उन्होंने कहा कि इस बात की 80 फीसदी से ज्यादा संभावना है कि ऐसे लोग पहले ही पृथ्वी पर जन्म ले चुके हों और मौजूद हों.
औब्रे डी ग्रे ने ‘अमरत्व’ को एक जिंदा शब्द कहा. उन्होंने कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल करना गलत नहीं है. डी ग्रे के मुताबिक, अमरत्व का मतलब होता है हर प्रकार की बीमारी से पूरी तरह सुरक्षित. अगर कोई व्यक्ति इस स्थिति को प्राप्त कर लेता है तो बढ़ती उम्र का उसके स्वास्थय पर असर नहीं पड़ता है और वह मौत की वजहों को दरकिनार करता रहता है. Next…
Read more:
Read Comments