भगवान के अस्तित्व को लेकर हर किसी ने अपने-अपने तरीके से व्याख्या दी है कोई कहता है कि भगवान मंदिरों में वास करते हैं, तो कोई भगवान को कण-कण में विराजते हुए देखते हैं, उनके अस्तित्व को लेकर आज भी बहस चल रही है, किंतु विश्व में एक ऐसा शहर है जहां भगवान के होने की पुष्टि तो नहीं मिलती लेकिन जिस तरह का आकार उस शहर का है इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता.
यहां बात हो रही है इटली के रोम में स्थित वेटिकन सिटी की जिसका आकार भगवान शिव का आदि-अनादी स्वरुप शिव लिंग की तरह है. इस बात की पुष्टि इतिहासकार पीएन ओक ने की. पीएन ओक ने वेटिकन सिटी और शिव लिंग के बीच के संबधों के बारे में जो दावा किया है वह काफी रोचक है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि वेटिकन सिटी शिव लिंग की तरह कैसे है.
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एक अद्भुत समानता
जब आप उंचाई से वेटिकन सिटी को देखेंगे तो आपको शिव लिंग के आकार जैसी तस्वीर दिखाई देगी. अगर आप ध्यान से देखेंगे तो पाएंगे कि इस त्रिपुण्ड्र (भगवान शिव के माथे पर लगी तीन लाइन) आपको दिखेगी जो काफी रोचक है.
वेटिकन का नाम
भारतीय इतिहासकार पीएन ओक की माने तो वेटिकन शब्द संस्कृत के एक शब्द वटिका (Vatika) से लिया गया है. जिसका अर्थ है वैदिक सांस्कृतिक केंद्र. इस तरह के शब्द यह सिद्ध करते हैं कि क्रिस्चीऐनिटी के अस्तित्व में आने से पहले वेटिकन एक हिंदु धार्मिक केंद्र है.
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खुदाई में शिव लिंग
वैसे माना यह भी जाता है पुरातात्विक खुदाई के दौरान वेटिकन सिटी में एक शिव लिंग की खोज की गई थी जिसे प्रदर्शन के लिए वेटिकन सिटी के ग्रेगोरियन इट्रस्केन संग्रहालय में रखा गया है.
पीएन ओक का सिद्धांत
पीएन ओक का सिद्धांत कहता है कि क्रिस्चीऐनिटी और इस्लाम हिंदू धर्म के व्युत्पन्न (derivatives) शब्द हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कैथोलिक वेटिकन, काबा और ताज महल एक हिंदु मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है. यही नहीं, उन्होंने क्रिस्चीऐनिटी शब्द को भी भगवान श्री कृष्ण के कृष्ण नीति के साथ भी जोड़ा है.
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