रामायण में वर्णित भगवान राम और देवी अहल्या के किस्से से अधिकतर लोग वाकिफ होंगे. अपने पति महर्षि गौतम के शाप के कारण अहल्या पत्थर में बदल जाती हैं और सालों बाद भगवान राम के पैरों के स्पर्श के कारण वे वापस मानव रुप में आ सकीं. कुछ ऐसी ही घटना राजस्थान में हुई पर यहां अहल्या कि जगह एक कुत्ता था और राम बनकर आए, जानवरों के लिए काम करने वाली एक संस्था के कुछ स्वंयसेवी.
इस संस्था ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें एक कुत्ता नजर आ रहा है जिसके ऊपर तारकोल की एक परत चढ़ी हुई है. इस वीडियो के अनुसार यह कुत्ता गर्म तारकोल के घोल में गिर गया था. तारकोल के सूखने के बाद कुत्ता पत्थर सरीखा बन गया और वह हिल-डुल भी नहीं पा रहा था.
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एक राहगीर ने कुत्ते को इस असहाय हालत में देखकर उदयपुर स्थित स्वयंसेवी संस्था को फोन किया जिसके बाद इस संस्था की एक टीम कुत्ते के बचाव के लिए घटना स्थल पर पहुंची. दिल को छू लेने वाले इस वीडियो में कुत्ते के शरीर पर तारकोल में धूल, पत्ते आदी चिपके हुए नजर आ रहें हैं.
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वीडियों में दिखाया गया है कि बचाव दल बेहद ही सावधानी से इस कुत्ते के शरीर से तारकोल छुटाते हुए नजर आ रहे हैं. यह टीम पहले वनस्पति तेल लगाकर तारकोल को नरम करती है फिर हल्के-हल्के हांथों से कुत्ते के शरीर से तारकोल को छुटा रही है.
इस दौरान कुत्ता पलके झपकाते हुए बचाव दल को बेहद मासूम निगाह से देख रहा है. इस प्रक्रिया में पूरे दो दिन लग गए. कुत्ते के शरीर से पूरी तरह तारकोल छुटने के बाद उसका भूरा रंग दिखाई पड़ता है. वीडियो के अंत में यह कुत्ता खुशी-खुशी पूंछ हिलाते, गार्डन में घूमते और टीम द्वारा दिया गया खाना खाते नजर आ रहा है. अगर यह बेजुबान बोल पाता तो शायद अहल्या की भांति राम के रुप में आई इस टीम को अपनी कहानी सुनाता और आभार व्यक्त करता.
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