उनके चेहरे पर जूं रेंगते हैं लेकिन मजाल किसी की कि एक भी जूं मार दे. एक भी जूं मारने की सजा बहुत कठोर है. वे किसी और दुनिया के प्राणी नहीं, इसी पृथ्वी पर रहने वाले साधारण लोग हैं. भगवान की बनाई इस रचना को बिना किसी दोष के मारना वे पाप समझते हैं. इसलिए उनमें से कोई भी इन जुओं को मारकर नर्क का भागीदार नहीं बन सकता. पर बालों की बजाय चेहरे पर जुएं? कैसे?
सर पर जुएं होना सुना होगा आपने…चेहरे पर जूं होना नहीं सुना होगा. वह भी ऐसा कि जुएं रेंगते रहें चेहरे पर और उसे साफ न करें. अजूबी दुनिया में अजूबा कुछ भी नहीं जनाब! दुनिया में कहने को तो आठ ही अजूबा हैं पर अब उनके अलावे भी कई अजूबा हैं जो हमारी-आपकी सोच से कहीं बहुत अलग है. हम-आप इन्हें अजूबा कहते हैं. उनके लिए यह आम बात है. सीरिया में जेहादियों का एक दल राष्ट्रपति बशर अल असद सरकार के खिलाफ लड़ रहा है. फ्री सीरियन आर्मी नाम से जाना जाने वाला यह दल इन दिनों अपने जेहाद से ज्यादा अपने उस फतवे के कारण चर्चा में है जिसमें इस जेहाद में शामिल जेहादियों को अपने दाढ़ी में होने वाले जूं को नहीं मारने का आदेश दिया गया है. फतवे में जेहादियों को सख्त हिदायत दी गई है कि ऐसा न करने वालों को शरिया कानून के अनुसार 50 कोड़ों की सजा दी जाएगी। साथ ही ऐसा करने वाले सदस्यों के खिलाफ अलेप्पो की शरिया अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा. इसके पीछे संगठन ने यह तर्क दिया है कि जिहाद खुदा का पवित्र काम है और इस दौरान किसी निर्दोष जीव की हत्या नहीं की जा सकती.
Read: जहां फेल होने के लिए परीक्षा ली जाती है
दरअसल पानी की कमी के कारण जिहादियों की दाढ़ी में जूं हो जाते हैं. इसलिए इनके लिए सीरियन आर्मी ने यह फतवा जारी किया है. इससे होने वाली खुजली की परेशानी से बचने के लिए जिहादियों को मेंहदी लगाने की सलाह दी गई है. अलेप्पो की शरिया अदालत में दोषी के खिलाफ मामला चलाया जाएगा.
Read:
Free Syrian Army Fatwa for Killing of Lice
Read Comments