ऑस्ट्रिया के गास्तिन में लोग पहले पहल इन गुफाओं में सोना खोजने आए थे लेकिन उन्हें जो मिला वह सोने से कहीं अधिक किमती था. इन गुफाओं में प्राकृतिक रूप से निम्न स्तर की रैडॉन गैस उत्सर्जित होती है. समय के साथ यहां पहुंचने वाले लोगों ने यह पाया की रैडॉन गैस से संपर्क से कई गंभीर बीमारियों का उपचार संभव है. ज्ञात हो कि रैडॉन गैस एक रेडियोएक्टिव गैस होती है जो गुफा के गर्म वातावरण में कई बीमारियों पर जादुई असर करता है.
गास्तिन के उपचारात्मक गुफाओं की खबर जल्द ही पूरे यूरोप में पहुंच गई और यहां दूर-दूर से लोग इलाज करवाने आने लगे. यहां ऑस्ट्रिया के अलावा यूरोप, जर्मनी और मध्य यूरोप के कई देशों के लोग उपचार के लिए आते हैं. यहां आने वाले लोगों का कहना है कि इन गुफाओं के रेडियोएक्टिव रैडॉन गैस के प्रभाव से अर्थराइटिस और पसोरिएसिस जैसी बीमारियों के इलाज के कामयाबी का प्रतिशत 90 प्रतिशत से अधिक है जो कि चिकित्सीय दुनिया में एक चमत्कार है.
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ज्यादातर लोग जो यहां आते हैं उनका कहना है कि इस गुफा के कुछ सेसन आपको साल भर दर्द से मुक्त रखता है. ऐसा माना जा रहा है कि रेडियोएक्टिव गैस त्वचा को पार कर व्यक्ति के शरीर और फेफड़े में पहुंचती है और शरीर में कोशिकाओं के स्तर पर काम करती है. इससे स्व उपचार की प्रक्रिया में प्राकृतिक रूप से वृद्धि होती है.
यह गुफा अब किसी आदम गुफाओं की तरह नहीं दिखती बल्कि किसी मल्टिस्पेशलिटी हॉस्पिटल की तरह दिखती है. यहां हर जगह सफेद कोट पहने डॉक्टर टहलते हुए दिखते हैं. मरीजों को लेटने के लिए लकड़ी के बेड बनाए गए हैं. हर साल इस थैरपी से उपचार कराने के लिए विश्व के अलग-अलग देशों से कई लोग यहां उपचार के लिए पहुंचते हैं. Next…
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