आजकल इंटरनेट पर एक त्योहार की खूब चर्चा हो रही है और यह त्योहार है हैलोवीन डे. 31 अक्टूबर को पश्चीमी देशों में हैलोवीन डे मनाया जाता है यानी भूतिया पार्टी में जाने और डरावने वस्त्र पहनने का दिन. इस दिन लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं पर क्या आपको पता है कि इस दिन को प्रेम का इजहार करने के लिए भी बेहद उपयुक्त दिन माना जाता है.
अगर आप अपने प्रेमी/प्रेमिका को वेलेंटाईन डे को प्रपोज नहीं कर पाए तो हेलोवीन डे आपके लिए एक अच्छा मौका है अपने दिल की बात कहने के लिए. डेली मेल में प्रकाशित एक सर्वे में हैलोवीन डे को प्रपोज करने के लिए सबसे अच्छे दिनों में से एक माना गया है. यह बेहद आश्चर्यजनक है कि जिस दिन लोग भूत-प्रेत और आत्माओं का उत्सव मनाते हैं उस दिन प्रेम का इजहार करने के लिए भी बेहद उपयुक्त मानते हैं.
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31 अक्तूबर की शाम को शुरू हुआ हैलोवीन अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ पांच दिन तक चलता है. 5 नवंबर को बड़े पैमाने पर आतिशबाजी के साथ हेलोवीन का त्योहार संपन्न होता है. लोग जगह-जगह अलाव जलाते हैं और भूतिया ड्रेस पहन कर घूमते हैं. अपने घरों की खिड़कियों पर वे कंकाल टांगते हैं. घर में लाइट्स से डरावना माहौल बनाया जाता है.
हैलोवीन डे के सबसे खास परंपरा में शामिल है नक्काशीदार कद्दू में लालटेन जलाना. इसके पीछे एक बेहद रोचक कहानी है. आयरलैंड में जन्मे कंजूस शराबी जैक ने अपने एक शैतान दोस्त को घर में ड्रिंक करने के लिए बुलाया, लेकिन वो पैसे खर्च करना नहीं चाहता था. उसने अपने दोस्त को ड्रिंक के बदले घर में लगा कद्दू देने के लिए राजी किया. लेकिन ड्रिंक करने के बाद वह अपनी बात से मुकर गया. इसके बदले उसके दोस्त ने उसे कद्दू की डरावनी लालटेन बनाकर जैक के घर के बाहर पेड़ पर टांग दिया, जिस पर उसके मुंह की नक्काशी थी और जलते हुए कोयले डाल थे. तब से दूसरे लोगों के लिए सबक के तौर पर इस दिन जैक-ओ-लालटेन का चलन शुरू हो गया. यह उनके पूर्वजों की आत्माओं को रास्ता दिखाने और बुरी आत्माओं से रक्षा करने का प्रतीक है.
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तब से संतरी रंग के बड़े आकार के कद्दू को ‘जैक-ओ-लालटेन’ का रूप दिया जाता है. इस पर भूत के डरावने मुंह की नक्काशी कर और काले रंग से पेंट किया जाता है, जिसे घर के बाहर सजाया जाता है और उसमें मोमबत्ती जलाई जाती है.
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