दुष्टों का संहार करने के लिए समय-समय पर ईश्वर अवतार लेते रहते हैं और कलयुग जिसका पर्याय ही पाप और अधर्म से हैं वहां तो ईश्वर के अवतार लेने की जरूरत भी है. पुराणों में तो लिखा है कि कलयुग में विष्णु कल्कि अवतार लेकर धरती पर आएंगे. लेकिन लगता है विष्णु के कल्कि अवतार लेने से पहले रामभक्त हनुमान ही दुष्टों और पापियों का संहार करने के लिए डायरेक्ट स्वर्ग से पृथ्वी लोक पर लैंड कर चुके हैं और वह भी पंजाब में.
पूरा मामला दरअसल ये है कि पंजाब में एक बच्चे की पूंछ निकल आई है और लोग उसे हनुमान का अवतार मानकर ‘बालाजी’ नाम से पुकारने लगे हैं. 13 वर्षीय अरशद अली खान एक विकलांग बालक है और बिना व्हील चेयर की सहायता से ही कहीं आता-जाता है, लेकिन अब उसकी पहचान बस यहीं तक सीमित नहीं है क्योंकि अब उसे लोग पूजते हैं और आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं.
अपनी 7 इंच की पूंछ की वजह से वह आसपास के लोगों के लिए भगवान का अवतार बन गया है और बड़ी ही सहजता के साथ अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाता है.
अरशद का कहना है कि ये पूंछ उसे भगवान ने दी है और लोग उसकी पूजा इसलिए करते हैं क्योंकि वो भगवान की पूजा करता है. उसकी बात भगवान जल्दी सुन लेते हैं और उसके भक्तों की इच्छा पूरी करते हैं. इस पूंछ का होना अरशद के लिए अच्छा भी नहीं है और बुरा भी नहीं, इसलिए वह ऑपरेशन के जरिए इसे हटाने के मूड में भी नहीं है.
पिता के देहांत और मां के दूसरे विवाह करने के पश्चात अरशद अपने दादा इकबाल कुरेशी और चाचा के साथ रहता है. पेशे से म्यूजिक इंस्ट्रक्टर इकबाल का कहना है कि “एक वर्ष की उम्र में जब अरशद ने पहली बार बोलना शुरू किया था तब उसने विभिन्न धर्मों के भगवानों का ही नाम लिया था, तभी मुझे यकीन हो गया था कि यह ईश्वरीय दूत ही है.”
आप यकीन नहीं करेंगे कि जहां अरशद रहता है उस घर को पूजा स्थल में तब्दील कर दिया गया है. आसपास के लोग तो अपना माथा टेकने और अपनी मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगने अरशद के पास आते ही हैं परंतु अब तो दूर-दूर से भी लोग यहां आने लगे हैं.
अरशद स्कूल भी जाता है और जिस दिन उसकी छुट्टी होती है करीब 20-30 लोग उसके घर उसका आशीर्वाद लेने आते हैं. अरशद को उसकी पूंछ के लिए कोई चिढ़ाता भी नहीं है पर सब उसकी पूंछ एक बार देखना जरूर चाहते हैं.
वैसे तो भारत में ऐसे चमत्कारों के पीछे दिए जाने वाले चिकित्सकीय तर्कों को कोई पूछता नहीं है लेकिन फिर भी अपनी ड्यूटी पूरी करने के लिए डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा अरशद की नाजुक हड्डियों की वजह से हुआ है वहीं कुछ डॉक्टर्स का मानना है कि रीढ़ की हड्डी के उभार से ऐसा दिखता है.
अरशद की फैमिली को ऑपरेशन की सलाह भी दी गई है लेकिन उसके परिवार का कहना है कि किसी जटिल ऑपरेशन की प्रक्रिया से गुजरने से अच्छा है कि यह पूंछ उसके साथ रहे.
अब अरशद पवनपुत्र हनुमान का अवतार हैं या नहीं ये कहना हमारा डिपार्टमेंट नहीं है. ये तो उनके भक्तों और डॉक्टरों के बीच का मसला है.
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