बॉलीवुड में आमिर खान ने स्मृति लोप की बीमारी से ग्रसित एक व्यक्ति का अभिनय किया. यह कुछ क्षणों के लिये चीजें याद आने वाले व्यक्ति की कहानी थी जिसने शरीर पर गोदना गुदवा कर चीजों को याद रखने की कोशिश की थी. परंतु यहाँ ऐसे व्यक्ति की कहानी लिखी जा रही है जो पर्दों का नहीं बल्कि असल जिंदगी में ग़ज़नी का आमिर खान है. पढ़िये उनकी कहानी…
इस व्यक्ति की स्मृति केवल पाँच मिनट के लिये लौटती है. इसका मतलब यह कि केवल पाँच मिनट ही इन्हें सबकुछ याद रहता है. इसलिये ये अपने जीवन के हर क्षणों को नोटबुक में लिखकर उसे याद रखने की कोशिश करते हैं.
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25 वर्षीय चेन होंगज़्झ्ही चीन के सिंचू काउंटी के रहने वाले हैं. किशोरावस्था में ही एक कार दुर्घटना ने उनके मस्तिष्क पर गहरा आघात किया जिससे उनकी स्मृति क्षीण हो गयी. अथक उपचारों के बाद भी उनकी स्मृति वापस नहीं आयी. इसका परिणाम यह हुआ कि अब केवल पाँच मिनट के लिये उनकी स्मृति लौटती है.
अपने जीवन के हर क्षण को याद रखना उनके लिये दिन-प्रतिदिन मुश्किल होता गया. जीवन के लम्हों को याद रखने का उन्होंने एक तरीका निकाला. उन्होंने चीजों को एक नोटबुक में लिखना शुरू किया. अब वो गली में मिले लोगों से लेकर मौसम तक के बारे में सबकुछ लिखकर रखते हैं. पिता की मृत्यु के बाद चेन और उनकी माँ एक-दूसरे पर निर्भर है. माँ अपने बेटे को उसकी लिखी नोटबुक देती है ताकि वो यह पढ़ सके कि उसके जीवन में कौन-कौन से क्षण आये हैं.
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चेन को शुरूआत में लिखने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा जिसका हल करते हुये उन्होंने अपनी बातों को फोनेटिक स्क्रॉल में लिखकर रखने लगे. ख़राब मौसम हो या कुछ और वो रोजाना अपनी नोटबुक में अपनी जिंदगी के बीते लम्हों को शब्दों का रूप दे सहेज कर रख लेते हैं.
उनकी मस्तिष्क की इस अवस्था के कारण वह नौकरी नहीं कर पाये. घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिये उन्होंने चलकर प्लास्टिक की बोतलें एकत्रित करनी शुरू कर दी. इसके अलावा वह लकड़ियाँ भी एकत्रित करता है ताकि उसकी माँ उन दोनों के लिये भोजन पका सके. उनकी 60 वर्षीया माँ अपने मृत्यु के बाद उसके बेटे के भविष्य को लेकर चिंतित रहती है…Next
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