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यहां कांवड़ियों का गुलाब से स्वागत करते हैं गांववाले, 2007 में बना था आदर्श गांव

सावन का महीना शुरू हो चुका है और साथ ही शिव भक्तों की कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है. दिल्ली से लेकर हरिद्वार तक जाने वाले रास्ते में आपको कांवड़ियोंं का एक जत्था जरूर मिल जाएगा. ऐसे में जहां एक तरफ लोग हिंदू-मुस्लिम के अलगाव की बातें कर रह हैं, वहीं कुछ ऐसी तस्वीरें भी आई जहां मुस्लिम भाई हिंदू भक्तों के लिए काम कर रहे हैं.


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कांवड़ियों का स्वागत लाल गुलाब से

. सावन के पवित्र मास में कांवड़ियों की सेवा यहां के मुस्लिम सामुदाय द्वारा की जा रही है. इस कांवड़ के मेले में कांवड़ियोंं की सेवा के लिए कई मुस्लिम सेवा भाव के लिए आगे आए हैं. इस आयोजन में ये लोग कौमी एकता का सन्देश दे रहे हैं. यहां कांवड़ियों का स्वागत मुस्लिम भाई गुलाब के फूल देकर करते हैं ताकि शांति और भाईचारा बना रहे.




शांति का है संदेश

कांवड़ियों की सेवा में जुटे ये सभी मुस्लिम यही सन्देश दे रहे हैं कि धर्म कभी भी लड़ना नहीं सिखाता, धर्म जोड़ना सिखाता है. इसलिए हम सब मिलकर उन लोगों की मदद कर रहे हैं जो अपने भगवान के लिए मिलों दूर से चलकर आ रहे हैं.



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हर तरह से रखते हैं ख्याल

आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पर आपको एक भी पुलिस बल नहीं मिलेगा, यहां लोगों में इतना भाईचारा है कि पुलिस यहां कभी नहीं आती. यहां मुस्लिम भाई हिंदू भाईयों के लिए सड़के साफ करते हैं. उनके खाने-पीने और रहने का इंतजाम करते हैं, साथ ही उस दौरान वह अपनी बिरयानी की दुकान भी नहीं लगाते.


muslim kawaria


गौरवशाली है गांव का इतिहास.

घासेड़ा गांव का इतिहास इतना मजबूत है कि आजतल यहां पर कभी दोनों पक्षों मेंं एक भी दंगे नहीं हुए हैंं. इसे 2007 से आदर्श गांव का दर्जा मिला हुआ है, यहां के लोगों ने आजादी के समय भी बहुत योगदान दिया था.


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कमिटी के सदस्य का मनना है कि हम सब ऐसा दिखावे के लिए नहीं करते हैं बल्कि हमारी खुद की मर्जी और श्रद्धा है. हम ऐसा सालों से करते आ रहे हैं और हमेशा करते रहेंगे. इस गावं के भाईचारे को देखकर वाकई लगता है कि इंसानियत अभी भी जिंदा है…Next


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