कभी-कभी हमारे साथ कुछ ऐसी विचित्र घटनाएं होती हैं जिनका हमने कभी अंदाजा भी ना लगाया हो. अचानक कुछ ऐसा मिल जाए जिसे देखकर आप एक समय पर तो विश्वास भी नहीं पर पाते. कुछ ऐसा ही हुआ है श्रीलंका स्थित चिलाव गांव में. गांव वालों का कहना है कि उन्हें काफी अच्छी मात्रा में सड़कों व घास में मछलियां मिली हैं और वे जिंदा भी हैं.
आसामान से बरसी थीं ढेर सारी मछलियां
गांव वालों को करीब 50 किलो के आसपास जिंदा व मृत मछलियां मिली हैं और उनका कहना है कि यह मछलियां खाने लायक भी हैं. जिले के आसपास सड़क, घांस व घरों की छत पर मछलियों को देखकर सभी गांव वाले खुश तो हैं लेकिन साथ ही वे काफी चौंक भी गए हैं कि आखिर यह मछलियां आई कहां से.
लेकिन कैसे बरसीं यह मछलियां?
वैज्ञानिकों के अनुसार उस क्षेत्र में हाल ही में आए एक तूफान के कारण उन तेज हवाओं ने इन जीवों को नदी से बाहर खींच लिया और इस बहाव में वे भूमि परा आ गिरीं. वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा तभी होता है जब तूफान से बनने वाली चक्कर खाती हुई हवाएं पानी व नदी में उपस्थित सभी जानवरों जैसे कि मछलियों व मेंढकों को खुद में खींच लेती हैं.
एक शोध के मुताबिक यह कहा गया है कि ऐस दृश्य पहली बार देखने को नहीं मिला है. इससे पहले भी दक्षिणी श्रीलंका के एक भाग में आसमान से झींगा मछलियों की बारिश हुई थी.
इस विषय पर शोध करते हुए अमरीका के एक वैज्ञानिक निलटॉन रेनो ने यह निष्कर्ष निकाला है कि मछलियां आसानी से जलस्तंभ के साथ आसमान में उड़ जाती हैं. रेनो ने कहा कि यदि यह जलस्तंभ घूमना बंद भी कर दे फिर भी मछलियां आसानी से धरती पर आ जाती हैं व जमीन पर गिरने के बाद छटपटाती हैं.
इस पूरे विषय में यह भी सामने आया है कि मछलियों का बारिश के साथ गिरने से यह तात्पर्य नहीं है कि पानी यानि कि नदी या झील उस जगह के आसपास हो बल्कि यह मछलियां इनसे भी काफी दूर तक उड़ान भरती हैं. रेनो का कहना है कि इन मछलियों को उड़ने के लिए केवल जोरदार हवा के बहाव की जरूरत होती है जिसकी मदद से वे हवा में आसानी से तैर सकती हैं. इस बहाव के थमने पर ही वे धरती पर आती हैं और कई बार यह मछलियां जब काफी ऊंचाई पर पहुंच जाती हैं तो वे जमीन पर गिरने से मर भी जाती हैं.
दुनिया में और भी कई भागों में बरसी हैं मछलियां
सिर्फ श्रीलंका में ही नहीं, दुनिया के और भी कई भागों में मछलियों की बारिश देखी गई है. आसियान देश फ़िलिपींस के लोगों को भी एक बार इसी घटना का अनुभव हुआ था. वहां के लोगों का कहना है कि आसमान से करीब 3 इंच लंबी व पीले रंग की तकरीबन 72 मछलियां बारिश के साथ बरसी थीं.
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