वैज्ञानिक पहले भी यह स्वीकार कर चुके हैं कि जिस तरह धरती पर मनुष्य रहते हैं उसी प्रकार अन्य ग्रहों पर भी जीवित लोग रहते हैं जिनका आकार और संरचना मानव शरीर से पूरी तरह भिन्न होती है. ऐसे जीवों को हम एलियंस के नाम से बेहतर जानते हैं. बीते कुछ वर्षों के दौरान ऐसी बहुत सी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें किसी व्यक्ति ने एलियन या उनके यान यूएफओको देखे जाने की बात स्वीकारी है. लेकिन फिर भी पुख्ता तौर पर अभी तक कुछ भी प्रमाणित नहीं किया गया है. उल्लेखनीय है कि विज्ञान की इतनी तरक्की होने के बावजूद अभी तक एलियन के होने या ना होने जैसी दुविधा को सुलझाया नहीं जा सका है. यहां तक कि वैज्ञानिकों की राय भी इस मसले पर जुदा है. जहां एक ओर कुछ वैज्ञानिक एलियन के अस्तित्व और धरती पर उनके आगमन जैसी बातों पर विश्वास करते हैं वहीं कुछ एलियन को मानव मस्तिष्क की एक परिकल्पना मानकर टाल देते हैं.
एलियन के रहस्य को सुलझाने के लिए यूं तो अनेक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इनमें से कोई भी सफल नहीं हो पा रहा है इसीलिए वैज्ञानिकों ने एलियन की सच्चाई का पता लगाने की अपनी इस मुहिम में आम जनता को भी जोड़ने का निर्णय किया है.
Mystery related to aliens
लॉस एंजेल्स (अमेरिका) में टेड (टेक्नोलॉजी, इंटरटेनमेंट और डिजाइन) कॉंफ़्रेंस के दौरान एक ऐसी वेबसाइट लॉंच की गई है जो आम जनता के संपर्क में रहेग. ताकि किसी को भी अपने आस-पास किसी अजीबोगरीब और हैरान कर देने वाली घटना दिखाई दे तो वह इस वेबसाइट के माध्यम से वैज्ञानिकों को अपना अनुभव बता सके. सेटीलाइव डॉट ओआरजीनाम की यह वेबसाइट सेटी (सर्च फॉर एक्सट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस) एलेन टेलिस्कोप के जरिए संचारित रेडियो तरंगों को सीधे प्रसारित करने में सक्षम है. इस वेबसाइट के सदस्यों से यह कहा गया है कि वह हर छोटी और अजीब घटना को वेबसाइट पर डालें.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों का दिमाग उन हरकतों को महसूस कर सकता है जो मशीन या फिर अन्य यंत्र नहीं देख सकता. इस वेबासाइट को लॉंच किए जाने का मुख्य उद्देश्य ये है कि धरती पर रहने वाला आम आदमी अगर एलियन की खोज में शामिल होना चाहता है तो उसे अपनी इस इच्छा को पूरा करने में सहयोग किया जाए.
How can aliens be dangerous for us
इस परियोजना की निदेशक हैं डॉक्टर जिलियन टार्टर जिन्हें वर्ष 2009 में टेड एवार्ड से सम्मानित भी किया गया था. टॉर्टर के विषय में सबसे जरूरी बात यह है कि उन्होंने अपना पूरा कॅरियर एलियन की खोज में लगा दिया है. डॉक्टर टार्टर के अनुसार एलियन से जुड़े अभियान में अगर ज्यादा लोग शामिल किए जाएंगे तो उन तरंगों का विश्लेषण करना आसान हो जाएगा जिन पर अभी तक ध्यान नहीं दिया जाता था.
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Aliens are the creatures living on other planets. It is still not proved that they really exist or not. Many people claim that they have felt or seen aliens around them. NASA and other space agencies are still working to find the existence of aliens.
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