ये वो कार्टून शो हैं जिन्हें देखने वाली पीढ़ी अब या तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है या कॉलेजों से बाहर निकल अपने –अपने रोजगार के क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं. ये वे कार्टून हैं जिन्हें 90 के दशक के बच्चे देखकर बड़े हुए हैं. ये कार्टून शो आज भी उन के जेहन में बसे हुए हैं जो पिछले दशक में बच्चे या किशोर हुआ करते थे. आज टीवी पर कार्टून चैनलों की भीड़ और सैकड़ों कार्टून शो के बीच जब कभी ये कार्टून शो टीवी पर दिख जाते हैं तो 90 दशक के बच्चे फिर एक बार खुदको अपना बचपन जीने से रोक नहीं पाते. कुछ तो बात थी इन कार्टून शो में..
भारत ही नहीं विश्व भर के बच्चे और यहां तक की व्यस्कों में भी मिस्टर बिन बेहद लोकप्रिय है. चाहे वह नॉन एनिमेटेड सीरीज हो या एनीमेटेड, बिन कुछ बोले एक आदमी पर्दे पर उन बेवकूफियों को दोहराता है जिन्हें हमने भी अपनी जिंदगी में कभी न कभी जरूर महसूस किया होगा. पर्दे पर इन बेवकूफियों को देख हम हंसे बिना नहीं रह पाते.
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2.मिकी माउस क्लब– किसी 90 के दशक के बच्चे की नोटबुक का पिछला पन्ना खोलो और इस बात की पूरी संभावना है कि वहां आपको मिकी माउस परिवार के किसी न किसी सदस्य का चित्र बना हुआ मिल जाएगा. इस परिवार में मिकी माउस के आलावा मिनी, डोनल्ड डक, गूफी और प्लूटो जैसे पात्र थे. उस जमाने में इन पात्रों के चित्र वाले पेंसिल बॉक्स, स्टीकर आदी बेहद लोकप्रिय थे.
3.जंगलबुक– मोगली या जंगलबुक 90 के दशक में बेहद लोकप्रिय शो था. इस शो की कहानी एक छोटे बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती है जो बचपन में ही अपने माता पिता से बिछड़ जाता है और फिर उसका लालन-पालन जंगली जानवरों द्वारा किया जाता है. इस शो का थीम सांग आज भी लोगों की जुबान से उतरा नहीं है जो कि कुछ यूं था- “जंगल-जंगल बात चली है पता चला है, चड्ढी पहन के फूल खिला है, फूल खिला है.”
4.टॉम एंड जेरी– ये दोनों कार्टून पात्र किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. पिछले 50 सालों से शी अधिक समय से ये कार्टून पात्र कई पीढ़ियों का मनोरंजन करते आ रहें हैं. एक चूहे और बिल्ली की मासूम लड़ाई न सिर्फ बच्चे बल्कि बड़े भी उतने ही चाव से देखते हैं.
5.अलादिन– अलादिन के कारनामें देखने के लिए 90 के दशक का हर बच्चा शो शुरू होने से पहले ही टीवी सेट के आगे मौजूद रहता था. उड़ने वाली चट्टाई, मजाकिया जिन्न और बंदर अबु की बेवकूफियां. यह सब मिलकर एक परफेक्ट एंटरटेनमेंट पैक बनाते थे.
6.स्कूबी डू- बोलने वाला कुत्ता ग्रेट डेने ने अपने मालिक के साथ मिलकर एलियन के रहस्यों को सबसे मजाकिया अंदाज में साल्व किए हैं.
7.पोपॉय-90 के दशक के कई बच्चों को इस कार्टून ने पालक खाना सिखाया.
8.टेलस्पिन– बल्लू और उसके हवाई जहाज को तो नहीं भूले होंगे न आप!
9.दि पावरपफ गर्ल्स– एक रसायनिक दुर्घटना के कारण ये कार्टून करेक्टर अस्तित्व में आए और सालों तक कार्टून चैनलों के माध्यम से बच्चों के दिलो-दिमाग पे छाए रहे. हलांकि इस शो की पात्र लड़कियां थी पर कितने लड़के इनके फैन थे यह बताने की जरूरत नहीं है.
10. दि लूनी टून– इस शो का हर एक करेक्टर अपने आप में एपिक था. चाहे वह सेलवेस्टर हो या ट्वीटी. इस शो का मतलब था एक ही शो में अपने हर पसंदीदा कार्टून का मजा.
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