अकसर हम महापुरुषों से सुनते रहे हैं कि इंसान की पहचान उसके कर्मों से होती है. अर्थात कर्म ही जीवन का प्रधान तत्व है, लेकिन आपने कभी सुना है कि इंसान की पहचान उसके किए हुए हस्ताक्षर से भी होती है. सिग्नेचर करते वक्त हमने कभी गौर नहीं किया होगा कि हमारा सिग्नेचर हमारे व्यक्तित्व को भी दर्शाता है. आपका सिग्नेचर व्यवहार, समय, जीवन और चरित्र का आइना है, तो चलिए जानते हैं कि आप जो सिग्नेचर करते हैं उसके क्या मायने हैं:
1. जिस व्यक्ति के सिग्नेचर में अक्षर नीचे से ऊपर की ओर जाते हैं वह ईश्वर पर आस्था रखने वाला, आशावादी व साफ दिल का भी होता है. लेकिन उसमें कमी भी होती है. वह स्वभाव से झगड़ालू भी होता है.
2. ऊपर से नीचे की ओर हस्ताक्षर करने वाले लोग हमेशा निगेटिव चीजें सोचते हैं. उनका लोगों से मेल-मिलाप भी कम होता है.
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3. जो लोग बिना पेन उठाए एक ही बार में पूरा सिग्नेचर करते हैं उनकी सोच रहस्यवादी, लडाकू तथा गुप्त प्रवृत्ति की होती है.
4. डरपोक, शर्मीले और शक्की मिजाज के वे लोग होते हैं जो अपने सिग्नेचर के अंत में डॉट या डैश लगाते हैं.
5. जल्दबाजी और अस्पष्ट रूप से हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति अपनी लाइफ को सामान्य रूप से नहीं जीता. ऐसे व्यक्ति ऊंचाई पर जाने के लिए किसी को भी धोखा दे सकते हैं.
6. सिग्नेचर करने के लिए यदि व्यक्ति पेन (कलम) पर जोर देता है, तो समझो वह भावुक, उत्तेजक, हठी और स्पष्टवादी व्यक्ति है.
7. स्पष्ट रूप से जल्दी से हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति अपने कार्य को बड़े ही समझदारी और तीव्र गति से निपटाते हैं.
8. अवरोधक चिह्न लगाने वाले व्यक्ति आलसी प्रवृत्ति के होते हैं. वह हमेशा सामाजिकता व नैतिकता की दुहाई देते हैं.
9. हस्ताक्षर के नीचे दो लकीरें खींचने वाला व्यक्ति भावुकता के साथ-साथ मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर होता है. उसे हर समय लगता है कि कोई है जो उसे नुकसान पहुंचा सकता है.
10. जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर में नाम का पहला अक्षर सांकेतिक रूप में तथा उपनाम पूरा लिखता है वह मृदुभाषी और व्यवहार कुशल होता है.
चर्चित व्यक्तियों के सिग्नेचर और उसके मायने
महात्मा गांधी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिग्नेचर धागे की तरह शब्दों को जोड़ते हैं जो यह बताता है कि समस्या कितनी भी बड़ी हो पर उसे आसानी से सुलझाया जा सकता है.
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अमिताभ बच्चन: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सिग्नेचर करते समय नीचे पूरी लाइन खींचते हैं और लाइन के नीचे दो बिंदियां भी लगाते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि वह रोमांटिक होने के साथ-साथ किसी भी खूबसूरत चीज को महत्व देते हैं.
अब्दुल कलाम: हस्ताक्षर के नीचे अकेली क्षैतिज रेखा इस बात की प्रतीक है कि व्यक्ति का अपने विचारों पर पूरा नियंत्रण है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का हस्ताक्षर भी कुछ इसी तरह का है.
नरेंद्र मोदी: भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का सिग्नेचर यह बताता है कि उनके अंदर आत्मविश्वास बहुत ही ज्यादा है. वह कोई भी काम पूरी तैयारी के साथ करते हैं लेकिन अगर कोई उनका अपमान करता है तो वो उसे जिंदगीभर नहीं भूलते.
राहुल गांधी: कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सिग्नेचर से यह पता चलता है कि वह अपने काम करने के लिए योजना बनाकर कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन उनकी सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि अपने काम में आई परेशानियों को झेल नहीं पाते.
अरविंद केजरीवाल: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के सिग्नेचर से पता चलता है कि वो बेहद भावुक इंसान हैं. वह ना तो खुद की गलती बर्दाश्त कर सकते हैं और ना ही अपने साथ काम करने वाले व्यक्ति की, लेकिन उनके सिग्नेचर की कमजोरी यह है कि वह किसी भी काम को बीच में छोड़ देते हैं.
स्टीव जॉब्स: हस्ताक्षर करते समय अगर आप कैपिटल लेटर से शुरुआत करते हैं तो यह माना जाता है कि आपके अंदर विश्वास की कमी है. वहीं अगर आप स्मॉल लेटर से इसकी शुरुआत करते हैं तो इसे विश्वास से लबरेज माना जाता है. स्टीव जॉब्स भी अपने सिग्नेजर करते समय स्मॉल लेटर का यूज करते थे.
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