ये है ‘evil island’, यहां रहते थे खूंखार अपराधी
‘अलकैटर्रज़ आइलैंड’ अमेरिका की सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी में स्तिथ है. 1769 में ‘जुआन मैनुएल डी आयला’ नाम के एक स्पेनिश व्यक्ति ने इसकी खोज की और इसका इसका नक्शा बनाया . उस समय इस आइलैंड पर हज़ारों ‘पेलिकेन्स’ (एक विशेष प्रकार की बत्तख) का निवास था, जिस कारण से जुआन ने इसको ‘आइलैंड ऑफ़ पेलिकेन्स’ का नाम दिया.
लगभग 75 साल बाद 1850 में अमेरिका के ‘राष्ट्रपति मिलार्ड फिल्मोरे’ ने इस टापू को सेना संबंधी कार्यों हेतु प्रयोग करने के आदेश दिए और इसी दौरान अलकैटर्रज़ आइलैंड पर किले का निर्माण किया गया . सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी की सुरक्षा के उद्देश्य से इसके चारों तरफ लगभग 100 तोप स्थापित की गयी और यह आइलैंड बाद पश्चिमी किनारे का पहला लाइटहाउस बन गय.
1850 के अंत में अमेरिकन आर्मी इसको एक जेल के रूप में प्रयोग करने लगी. बर्फ जैसे पानी के बीच बना यह स्थान कैदियों के लिए उपयुक्त था, उनका मानना था कि किसी भी कैदी के लिए यहाँ से भागना मुश्किल होगा. इस जेल के भीतर कैदियों के लिए 336 कोठरी बनायीं गयी और प्रत्येक कोठरी के भीतर एक पानी की टंकी एक चारपाई और एक बाथरूम का इंतज़ाम था. खतरनाक अपराधियों को विशेष कोठरियों में रखा जाता था. संख्या में अधिक होने के कारण इन कोठरियों को ब्लॉक में विभाजित किया गया.
कैदियों के अलावा इस आइलैंड पर 300 आम नागरिक भी रहते थे. काम करने वाले कर्मचारी, गार्ड और ऑफिसर के अलावा इनके परिवार भी यही पर रहते थे. यहाँ पर जरूरत के सामन वाले स्टोर, सोडा शॉप और ‘बोलिंग एले’ का भी इंतज़ाम किया गया था लेकिन खरीददारी के लिए यहाँ के लोगों को सैन फ्रैंसिस्को के मार्किट में जाना पड़ता था जिसके लिए नाव का प्रयोग करना पड़ता था.
इसको व्यवस्तिथ करने के लिए अमेरिका गवर्नमेंट को अधिक धनराशि ख़र्च करनी पड़ती थी जिसके चलते इस जेल को 1963 में बंद कर दिया गया और यहाँ मौजूद कैदियों को आसपास की जेलों में स्थान्तरित कर दिया गया. तकरीबन 10 साल बाद इस आइलैंड को नेशनल पार्क में तब्दील कर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया…Next
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‘अलकैटर्रज़ आइलैंड’ अमेरिका की सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी में स्तिथ है. 1769 में ‘जुआन मैनुएल डी आयला’ नाम के एक स्पेनिश व्यक्ति ने इसकी खोज की और इसका इसका नक्शा बनाया . उस समय इस आइलैंड पर हज़ारों ‘पेलिकेन्स’ (एक विशेष प्रकार की बत्तख) का निवास था, जिस कारण से जुआन ने इसको ‘आइलैंड ऑफ़ पेलिकेन्स’ का नाम दिया.
लगभग 75 साल बाद 1850 में अमेरिका के ‘राष्ट्रपति मिलार्ड फिल्मोरे’ ने इस टापू को सेना संबंधी कार्यों हेतु प्रयोग करने के आदेश दिए और इसी दौरान अलकैटर्रज़ आइलैंड पर किले का निर्माण किया गया . सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी की सुरक्षा के उद्देश्य से इसके चारों तरफ लगभग 100 तोप स्थापित की गयी और यह आइलैंड बाद पश्चिमी किनारे का पहला लाइटहाउस बन गय.
1850 के अंत में अमेरिकन आर्मी इसको एक जेल के रूप में प्रयोग करने लगी. बर्फ जैसे पानी के बीच बना यह स्थान कैदियों के लिए उपयुक्त था, उनका मानना था कि किसी भी कैदी के लिए यहाँ से भागना मुश्किल होगा. इस जेल के भीतर कैदियों के लिए 336 कोठरी बनायीं गयी और प्रत्येक कोठरी के भीतर एक पानी की टंकी एक चारपाई और एक बाथरूम का इंतज़ाम था. खतरनाक अपराधियों को विशेष कोठरियों में रखा जाता था. संख्या में अधिक होने के कारण इन कोठरियों को ब्लॉक में विभाजित किया गया.
कैदियों के अलावा इस आइलैंड पर 300 आम नागरिक भी रहते थे. काम करने वाले कर्मचारी, गार्ड और ऑफिसर के अलावा इनके परिवार भी यही पर रहते थे. यहाँ पर जरूरत के सामन वाले स्टोर, सोडा शॉप और ‘बोलिंग एले’ का भी इंतज़ाम किया गया था लेकिन खरीददारी के लिए यहाँ के लोगों को सैन फ्रैंसिस्को के मार्किट में जाना पड़ता था जिसके लिए नाव का प्रयोग करना पड़ता था.
इसको व्यवस्तिथ करने के लिए अमेरिका गवर्नमेंट को अधिक धनराशि ख़र्च करनी पड़ती थी जिसके चलते इस जेल को 1963 में बंद कर दिया गया और यहाँ मौजूद कैदियों को आसपास की जेलों में स्थान्तरित कर दिया गया. तकरीबन 10 साल बाद इस आइलैंड को नेशनल पार्क में तब्दील कर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया…Next
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‘अलकैटर्रज़ आइलैंड’ अमेरिका की सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी में स्थित है. 1769 में ‘जुआन मैनुएल डी आयला’ नाम के एक स्पेनिश व्यक्ति ने इसकी खोज की और इसका नक्शा बनाया. उस समय इस आइलैंड पर हज़ारों ‘पेलिकेन्स’ (एक विशेष प्रकार की बत्तख) का निवास था, जिस कारण से जुआन ने इसको ‘आइलैंड ऑफ़ पेलिकेन्स’ का नाम दिया.
आइलैंड पर किले का निर्माण
लगभग 75 साल बाद 1850 में अमेरिका के ‘राष्ट्रपति मिलार्ड फिल्मोरे’ ने इस टापू को सेना संबंधी कार्यों हेतु प्रयोग करने के आदेश दिए और इसी दौरान अलकैटर्रज़ आइलैंड पर किले का निर्माण किया गया . सैन फ्रैंसिस्को की खाड़ी की सुरक्षा के उद्देश्य से इसके चारों तरफ लगभग 100 तोप स्थापित की गयी और यह आइलैंड बाद में पश्चिमी किनारे का पहला लाइटहाउस बन गया.
अमेरिकन आर्मी ने बनाया जेल
1850 के अंत में अमेरिकन आर्मी इसको एक जेल के रूप में प्रयोग करने लगी. बर्फ जैसे पानी के बीच बना यह स्थान कैदियों के लिए उपयुक्त था, उनका मानना था कि किसी भी कैदी के लिए यहाँ से भागना मुश्किल होगा. इस जेल के भीतर कैदियों के लिए 336 कोठरी बनायीं गयी और प्रत्येक कोठरी के भीतर एक पानी की टंकी, एक चारपाई और एक बाथरूम का इंतज़ाम था. खतरनाक अपराधियों को विशेष कोठरियों में रखा जाता था. संख्या में अधिक होने के कारण इन कोठरियों को ब्लॉक में विभाजित किया गया.
Read: इस टैंक के सामने नहीं है आर्मी की जरूरत, युद्ध के लिए किया गया है तैयार!
आइलैंड पर रहते थे नागरिक
कैदियों के अलावा इस आइलैंड पर 300 आम नागरिक भी रहते थे. काम करने वाले कर्मचारी, गार्ड और ऑफिसर के अलावा इनके परिवार भी यहीं पर रहते थे. यहाँ पर जरूरत के सामन वाले स्टोर, सोडा शॉप और ‘बोलिंग एले’ का भी इंतज़ाम किया गया था, लेकिन खरीदारी के लिए यहाँ के लोगों को सैन फ्रैंसिस्को के मार्किट में जाना पड़ता था, जिसके लिए नाव का प्रयोग करना पड़ा.
इसको व्यवस्थित करने के लिए अमेरिका गवर्नमेंट को अधिक धनराशि ख़र्च करनी पड़ती थी, जिसके चलते इस जेल को 1963 में बंद कर दिया गया और यहाँ मौजूद कैदियों को आसपास की जेलों में स्थान्तरित कर दिया गया. तकरीबन 10 साल बाद इस आइलैंड को नेशनल पार्क में तब्दील कर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया…Next
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