दुनिया में ऐसे कितने ही रहस्य हैं जिन्हें आज तक सुलझाया नहीं जा सका है. उन चीजों को लेकर सभी लोगों की अपनी-अपनी थ्योरी रही है. रहस्य और रोमांच से भरा एक ऐसा ही देश है मिस्र. आत्माओं से जुड़े किस्से और घटनाएं, सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं. ऐसी ही एक दिलचस्प कहानी है पत्थर की तकिया की. आपको सुनकर थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन मिस्र के लोगों के बारे में कहा जाता है कि वहां पत्थर की तकिया का इस्तेमाल किया जाता था. जिसके पीछे की कहानी बहुत दिलचस्प है.
ऐसी बनावट थी पत्थर के तकिए की
करीब 9,000 साल पहले मैसोपोटामिया सभ्यता से पत्थर के तकिया चलन में आए थे, जिसे वर्तमान में इराक के नाम से जाना जाता है. वहां के लोग गहनें और बेहद महीन कपड़े पहना करते थे, लेकिन तकिया मजबूत से मजबूत पत्थर का बनवाते थे. इसके अलावा इन तकियों पर महीन नक्काशी के साथ फराओं (मिस्र के सम्राट) तस्वीरें भी बनाई जाती थी. वहीं राज्य के ऊंचे पदों पर आसीन लोगों की तकियों पर सोने-चांदी के सिक्के भी जड़वाए जाते थे.
इन वजहों से लगाते थे पत्थर का तकिया
1. पत्थर के तकिया पर सोने के पीछे कई वजह थी. शुरूआत में मरे हुए लोगों के सिर के नीचे पत्थर की तकिया लगाई जाती थी. इसके पीछे उनका मानना था कि मरने के बाद शरीर निढाल हो जाता है. मौत के बाद कब्र में सबसे पहले गर्दन की हड्डी से मांस हटने लगता है. ऐसे में अगर किसी परिजन का मन मर चुके अपने रिश्तेदार को वापस बाहर निकालकर देखने का करे, तो वो निकाल सकता है. पत्थर के तकिए के होने से गर्दन को सहारा मिलता रहता है और गर्दन अकड़ी रहती है.
2. लोगों का मानना था कि पुरानी यादों का केंद्र दिमाग में होता है, इसलिए पत्थर की तकिया लगाने से मौत के बाद भी सारी स्मृतियां मौजूद रहती है इसलिए पत्थर की तकिया लगाने से वो यादें दिमाग में दबी रहेगी और अगर उस व्यक्ति का फिर से जन्म होगा तो उसे अपना पुर्नजन्म आसानी से याद आ जायेगा.
3. टू-व्हीलर चलाते समय हेलमेट पहनने का निर्देश दिया जाता है, जिससे कि कोई दुर्घटना हो जाने पर सिर का बचाव हो सके. उसी तरह पत्थर के तकिए को मजबूती से जोड़कर देखा जाता था. उनका मानना था कि बचपन से पत्थर के तकिए पर सोने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से तेज होने के साथ उसका सिर भी मजबूत बनता है और किसी युद्ध में दुश्मन के कई वार झेल सकता है.
खुदाई में पाए गए थे सोने-चांदी के सिक्के वाले तकिया
मिस्र का इतिहास बहुत ही पुराना रहा है. दशकों पहले मिस्र के कई शहरों में खुदाई के दौरान सोने-चांदी के सिक्के जड़ित तकिए मिले थे. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये कोई ऐसे-वैसे पत्थर नहीं बल्कि कीमती पत्थर थे. इसके अलावा हीरे-चांदी के जड़े जाने से इनकी कीमत और भी बढ़ गई थी.
वहीं, वैज्ञानिकों का मानना है कि पत्थर का तकिया सेहत के लिहाज से बेहद घातक है. समय के साथ पुरानी मान्यताओं में काफी बदलाव आया है लेकिन मिस्र की रहस्मय दुनिया में ऐसे कई किस्से अभी भी दफन है…Next
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