हमारे देश की मौद्रिक नीति भारतीय रिज़र्व बैंक बनाता है. एक रूपये के नोट को छोड़कर सारे नोट हमारे देश का शीर्षस्थ बैंक ही जारी करता है. करीब डेढ़ साल पहले भारतीय रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2005 से पहले छापे गये नोटों को वापस लेने का फैसला लिया था. यह बैंक बड़े पैमाने पर उन नोटों को जलाता भी है जो अनुपयोगी हो जाते हैं. हालांकि, भारतीय रिज़र्व बैंक ने कई ऐसे भी ढ़ाले हैं जो प्रचलन में नहीं आये.
ऐसा ही एक सिक्का 50 रूपये का है. इस सिक्के को हमारे शीर्षस्थ बैंक ने 25 साल पहले ढ़ाला था. आज इस सिक्के की कीमत करीब डेढ़ लाख रूपए है. यह सिक्का आज गुजरात के राजकोट में रहने वाले देवीजी भाई गंगाराम भाई गोहल के पास है. इसके अलावा उनके पास 10 रूपये के प्राचीन सिक्के भी हैं.
Read: इस सिक्के के लिए भिड़े दो बड़े देश
देवीजी भाई ने इन सिक्कों को रिज़र्व बैंक से 250 रूपये में खरीदा था. इसके लिये उन्हें एक चिट्ठी लिखनी पड़ी थी. ताँबे और चाँदी की मिश्रित धातु से बने 50 रूपये के इस सिक्के का वज़न 33 ग्राम है. इसका व्यास एक इंच है.
Read: कभी सोचा है क्यों फेंकते हैं लोग नदियों में सिक्का?
प्राचीन सिक्कों का संग्रहण करने वाले देवीजी भाई के पास वर्ष 1902 में जारी किया गया दो रूपये का एक सिक्का है. यह सिक्का उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति से 500 रूपए में खरीदा था.Next…
Read more:
Read Comments