ओलंपिक्स गेम अंतर्राष्ट्रीय खेल समारोह, जहाँ पर देश – विदेश के खिलाड़ी अपनी – अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर अपने देश के लिए सम्मान अर्जित करते हैं. हर चार साल के बाद आयोजित होने वाल इन खेलों में लगभग 200 देशों के खिलाडी शिरकत करते हैं.
जहाँ यह खेल आयोजित किये जाते हैं, वह मेज़बान देश अच्छी खासी रकम खर्चकर आने वाले खिलाडियों के लिए स्टेडियम के अलावा इमारतों का निर्माण भी करते हैं, ताकि वहाँ आने वाला प्रत्येक खिलाड़ी असुविधा को न झेले. पर यह क्या ओलंपिक्स के दौरान खिलाडी यहाँ आते हैं, खेलते हैं जीतते हैं और वापस अपने देश लौट जाते हैं और पीछे रह जाती हैं ये इमारतें. जो ओलंपिक्स समाप्त होने के बाद सूनी हो जाती हैं और मेज़बान देश सोच में होता है की इन इमारतों को कैसे प्रयोग किया जाए ?
कुछ देश तो इनको खेल इवेंट के लिए प्रयोग करने लगते हैं और कहीं पर यह नष्ट होने के लिए छोड़ दी जाती है. ऐसी ही कहानी है न्यूयॉर्क के लेक प्लेसिड गाँव की जहाँ 1980 में ओलंपिक्स आयोजित किये गए और उनकी समाप्ति पर खाली हो चुकी इमारत को अस्पताल या खिलाड़ियों के प्रैक्टिस कैंपस और खेलखूद के लिए प्रयोग करने का सुझाव प्रस्तुत हुआ, लेकिन अन्त में सरकार ने इसको जेल का केंद्रीय कार्यालय बनाने का आदेश पारित कर दिया और उसके उत्तरी हिस्से में जेल बनाने का.
Read: कभी देखी है ऐसी फ्लाइट, क्रू-मेंबर्स को मिलते हैंं ये एशो-आराम
इसे सुनकर ओलंम्पिक्स के समय वहाँ रुकने वाले खिलाडियों को बहुत दुःख हुआ, साथ ही अमेरिका के कुछ स्थानीय पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसका पुरजोर विरोध भी किया, लेकिन सरकार के निर्णय में कोई बदलाव नहीं हुआ. अब इस इमारत में खिलाडियों की जगह कैदी रहते हैं, गेम रूम के स्थान पर कैदियों के लिए पूजा स्थल बना दिया गया है.
वह कमरे जो कभी खिलाडियों के शयनकक्ष होते थे, अब कैदियों की कोठारी में तब्दील हो चुके हैं. 1980 के खेल गाँव को देखने की चाहत रखने वाला व्यक्ति एन्ट्री टिकट के बजाय केवल धोखा, चोरी और स्मगलिंग जैसे अपराध करके ही इसमें प्रवेश पा सकता है…Next
Read More:
टाइटैनिक नहीं बल्कि इस जहाज का डूबना है इतिहास का सबसे बड़ा समुद्री हादसा, मरे करीब 9343 लोग
67 अरब से लेकर 50 अरब तक का घर, ये है दुनिया के 6 सबसे महंगे घर
चंद्रगुप्त मौर्य की प्रेम कहानी में खलनायक बन गए थे चाणक्य, रखी थी 3 शर्तें
Read Comments