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भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) को भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकदार संस्करण से दूर रख पाना बेहद मुश्किल ही नहीं नामुमकिन था. पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) को पहले आईपीएल (IPL) चार की नीलामी में खरीदने से नकार दिया गया था लेकिन नीलामी में ना बिकने के बाद भी अब उन्हें पुणे की टीम से खेलने का मौका मिल रहा है. पहले और तीसरे सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के कप्तान रहे गांगुली को 10 में से किसी फ्रेंचाइजी ने नीलामी में नहीं खरीदा था.
युवराज सिंह (Yuraj Singh) की कप्तानी वाली पुणे वारियर्स (Pune Warriors ) लगातार छह मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है. फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि अपार अनुभव रखने वाले गांगुली के आने से उनकी बल्लेबाजी मजबूत होगी.
दादा को टीम में आशीष नेहरा के चोटिल होने की स्थिति में लिया गया है. आशीष नेहरा के घुटने में चोट है जिसकी वजह से टीम में एक खिलाड़ी की जगह खाली हो गई थी.
यह पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) को पुणे वारियर्स खरीदेगी और अब यह बात साफ भी हो गई है कि सौरभ इस टीम का हिस्सा बनेंगे. लेकिन टीम में सौरभ का आशीष नेहरा (Ashish Nehra) जैसे खिलाड़ी की जगह देना उनकी महानता को ठेस पहुंचाने जैसा होगा. सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) जिन्हें आधुनिक भारतीय क्रिकेट टीम का जनक माना जाता है, उन्हें आशीष नेहरा जैसे खिलाड़ी की जगह रखना थोड़ा गलत फैसला लगता है.
लेकिन जो भी हो कोलकाता के लोगों के लिए सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) को दुबारा आईपीएल (IPL) में खेलता देखना एक बेहद सुखद अनुभव होगा. सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) के पुणे टीम में खेलने से कोलकाता की जनता एक कशमकस में होगी कि आखिर वह साथ किसका दे? कुछ लोग जहां दादा के समर्थन में होंगे वहीं कुछ लोग केकेआर के नारे लगाएंगे.
दादा के आईपीएल 4 (IPL 4) में खेलने से लोगों को उम्मीद है कि वह केकेआर के मालिक शाहरुख खान को मुंहतोड़ जवाब दे पाएंगे जिन्होंने उन्हें इस बार खरीदने से इंकार कर दिया था. उम्मीद है दादा की दादागिरी इस बार भी आईपीएल (IPL) में चलेगी और पुणे की डूबती नैया को सौरभ अपने अनुभव से पार लगा देंगे.
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