Posted On: 21 Oct, 2013 Others में
248 Posts
1194 Comments
karva chauth funny poems
चाँद भी वही है
पति भी वही
पर बदला है नारी ने रूप
पहले वो करती थी चाँद की पूजा
कि आयु पति की हो लम्बी
अब चाहती सामान की लिस्ट हो लम्बी
सहेलियों में मची आज होड़ है
ज्यादा धन खर्च करने की लगी दौड़ है
कई दिन पहले शुरू हो जाती है तैयारी
बहु घुमे बाजारों में घर संभाले सासु बेचारी
पति भी कर्ज से पिस रहा है
पत्नी को खुश रखने के चक्कर में
karva chauth funny poems
बर्तन घिस रहा है
मंहगाई के साथ -साथ बढ़ी है खरीददारी
कपड़ों और गहनों कि लिस्ट है भारी
तुम्हारी लम्बी आयु के लिए व्रत रखूंगी
फिर क्यों मै काम करुँगी
आज की नारी जैसे एहसान कर रही है
भूखे रह कर पति को परेशान कर रही है
क्या जाने बाबा रामदेव क्या जाने अन्ना हजारे
पति किस हाल में है बेचारे
पहले खूब होती थी दो नम्बर की कमाई
खुश रहती थी घर में लुगाई
भ्रष्टाचार मिटाने के आन्दोलन में
पति ने भी थी मोमबत्ती जलाई
पर उसे क्या पता था
कि मुसीबत उसी पर है आई
काश बाबा और अन्ना के घर भी होती इक इक नार
प्रयास न करते कभी मिटाने का भ्रष्टाचार
पत्नी कि करवाचौथ
पति कि बन गई है संकट चौथ
हाय कैसे बदल गया नारी का व्यवहार
क्या ये नहीं है इम्मोशनल अत्याचार
पहले भी होती थी चाँद कि पूजा
रखे जाते थे व्रत
पर झूठे आडम्बर बढ़ा कर
नारियों ने कर दी है हद
‘सविता’का है यह कहना
सादगी और शालीनता ही है नारी का गहना
karva chauth funny poems
Rate this Article: