Posted On: 19 May, 2013 Others में
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हिंदुस्तान एक धर्म निरपेक्ष राज्यों का समूह है और मुझे इसकी धर्मनिरपेक्षता से कोई गुरेज नहीं है सभी धर्मो को समान रूप से मानने एव उसे जीने का सभी को समान अधिकार भारत के संविधान ने प्रदान किया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की किसी धर्म विशेष को कम और किसी धर्म को गलत ठहराया जाये .जागरण जंक्शन पर एक प्रचार किया जा रहा है जो की मुझे एक सनातनी होने की वजह से कतई ठीक नहीं लगा .मुख्य पृष्ट पर दिखाए जा रहे प्रचार का नाम है “में ईसू को अपना उधारक मानता हु ” में परमेश्वर का पुत्र बनाना चाहता हूँ ?” जब आप इस पृष्ट के अन्दर जायेंगे तो सारा खेल आरम्भ होता है .यहाँ इसाई धर्म की श्रेष्टता का पूरा बखान किया गया है जैसे “यीशु मसीह क्रूस पर मारा गया, कब्र में गाडा गाया, और जी उठा….। इसी कारण ईसाई धर्म श्रेष्ठ है।” इसका मतलब तो यही हुआ की अन्य जितने भी धर्म है वो बेकार है जबकि में एक छोटा सा उद्धरण देना चाहता हु हम सनातन धर्म को मानने वाले हर वर्ष होली तो मनाते है आप जानते है क्यों होली मनाया जाता है
हिरन कश्यप के पुत्र प्रह्लाद द्वारा धर्म की रक्षा के लिए जलती आग में बैठना उसके बाद भी आग उन्हें जला नहीं पाई इसाई धर्म के विश्व मानचित्र पर आने से हजार वर्ष पूर्व ही हमारे यहाँ ऐसी घटनाये हो चुकी है जबकि इसाई धर्म का जन्म काल मात्र २००० वर्ष पूर्व है तब यह धर्म श्रेष्ट कैसे हुआ यही नहीं यहाँ लिखते है “सबसे पहले यीशु ने स्वयं ही अपनी मृत्यु और पुनरोत्थान के विषय में बताया और उसकी मृत्यु और उसका पुनरोत्थान ठीक वैसे ही घटित हुआ जैसे उसने कहा था।” जबकि आप जानते है महाभारत में ,रामायण में कितनी भविष्यवानिया की गई भीष्म से सभी परिचित है की कैसे उन्होंने खुद को तब तक जीवित रखा जब तक उनकी इक्षा हुई यही नहीं इस प्रचार के भीतरी पृष्ठों में अनर्गल और भ्रामक प्रचार का सहारा लिया गया है ताकि यदि कोई इसे पढ़े तो उसके अन्दर इसाई धर्म के प्रति गहरा प्रेम उपजे गौरतलब हो की सेवा के नाम पर इसाई मिशन क्या खेल पुरे भारत में खेल रही है इससे आप परिचित है .झारखण्ड ,उड़ीसा ,पस्चिम्बंगल ,बिहार ,छतिशगढ़ उड़ीसा ,केरल ,कर्नाटक में इन इसाई मिशनरियो ने भोले भाले अनपढ़ लोगो को नौकरी ,लड़की ,और अन्य लालच देकर बड़े पैमाने पर धर्मान्तरित कर दिया है अब तो ये मूर्ति बना कर आरती भी करते है और सनातन धर्म को बदनाम करते है ताकि इनकी जनसँख्या बढ़ सके .कानून को बड़े पैमाने पर ठेंगा दिखाया जाता है इनके द्वारा और इसी क्रम में ऐसा प्रतीत होता है की जागरण समूह को भी मोटी रकम देकर यहाँ प्रचार किया जा रहा है .आप पाठक बंधू कृपया अपने बहुमूल्य विचार प्रस्तुत करे ताकि यहाँ से यह प्रचार हटाया जाये क्योकि हिन्दू घटा देश बटा ?
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