- 169 Posts
- 304 Comments
बिहार में शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ आवाज बुलंद करना छात्रों को आज महंगा पड़ गया है जहा पटना में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ पर पुलिस ने बर्बरता पूर्ण करवाई करते हुए ना सिर्फ लाठी चार्ज किया बल्कि फायरिंग भी की जिसमे सैकड़ो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए जिसकी जितनी निंदा की जाये कम है / हाल ही में पुरे देश ने देखा की हाई स्कूल की परीक्षा के दौरान किस प्रकार सरकार की सारी तयारी धरी की धरी रह गई और पुरे तंत्र पर नक़ल तंत्र हावी रहा। आज बिहार में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्य शिक्षा का स्तर पूरी तरह चौपट हो गया है मेघावी छात्र पलायन को मजबूर है विद्यालयों में टेबल कुर्शी तो मौजूद है लेकिन शिक्षको की हालत अत्यंत दयनीय है वही महाविद्यालयों में शिक्षक ही नहीं है जिससे छात्र दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है इतना सब होने के बाद यदि छात्र अपने जायज मागो को लेकर विधान सभा मार्च करते है और सरकार से मांग करते है की उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करवाई जाये तो उनपर बर्बरता पूर्ण और कायराना हमला किया जाता है आखिर ये कहा तक जायज कहा जा सकता है। आज बिहार पुलिस ने जिस प्रकार से छात्रों की पिटाई की है उसके बाद सिर्फ यही कहा जा सकता है की बिहार सरकार अहंकारी तो थी ही अब दमनकारी भी हो चुकी है ?
Read Comments