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मैरिज ब्यूरो वाले एक बेहतरीन सेल्समैन होते हैं. अगर एक बार आप उनके पचड़े में पड़ गए तो जब तक वह आपकी शादी नहीं करवा देते आपके पीछे पड़े रहते हैं और इस काम में वह झूठ की तो कतई परवाह नहीं करते. चाहे सौ झूठों का पहाड़ खड़ा करना पड़े लेकिन वह करेंगे क्यूंकि भई शादी जो करानी है. अब इसी झूठ-फरेब और तथाकथित पुण्य के काम को शो-केस किया है अक्की की नई फिल्म खिलाड़ी 786 में.
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पुरानी कहानी और नया मसाला यही है खिलाड़ी 786 का फंसाना. जैसा कि हम और आप जानते हैं कि अक्षय कुमार को खिलाड़ी कुमार का टैग अपनी “खिलाड़ी” टाइटल की फिल्मों की वजह से ही मिली जो शुरुआत में बहुत ही ज्यादा एक्शन और मारधाड़ से भरी होती थी लेकिन समय बदल चुका है और अच्छे-अच्छे खिलाड़ी भी बदल चुके हैं. इस बदलाव का ही नतीजा है कि कभी खिलाड़ी टैग की फिल्मों में सिर्फ मारकाट नजर आती थी उसी खिलाड़ी टैग के अंदर बनी फिल्म में भरपूर कॉमेडी भरी हुई है. खिलाड़ी 786 को एक एक्शन फिल्म कहना बिलकुल गलत होगा. यह एक कॉमेडी फिल्म है जिसमें एक्शन और रोमांस सिर्फ मसालों के तौर पर इस्तेमाल किए गए हैं. तो चलिए नजर डालते हैं फिल्म की कहानी और समीक्षा पर:
फिल्म: खिलाड़ी 786
बैनर: हरी ओम एंटरटेनमेंट कं., इरोज इंटरनेशनल मीडिया लि.
निर्माता: हिमेश रेशमिया, ट्विंकल खन्ना, सुनील ए. लुल्ला
निर्देशक: आशीष आर. मोहन
संगीत: हिमेश रेशमिया
कलाकार: अक्षय कुमार, असिन, हिमेश रेशमिया, परेश रावल, मिथुन चक्रवर्ती, राज बब्बर, मुकेश सिंह, जॉनी लीवर
रेटिंग: ***1/2 (3.5/5)
Khiladi 786 Movie Story: फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी मनसुख (हिमेश रेशमिया) नाम के शख्स की जिंदगी से शुरू होती है जिसके परिवार का एक मैरिज ब्यूरो है. मनसुख ने जीवन में जितने भी काम किए सबमें असफल ही रहा इसलिए उसे हारकर अपने परिवार का मैरिज ब्यूरो ही संभालना पड़ता है लेकिन यहां भी धंधा मंदा ही रहता है. वह जिस भी व्यक्ति की शादी की बात चलाता है वो शादी होने से पहले ही अलग हो जाते हैं.
अपने पिता को अपना महत्व समझाने के लिए वो एक अंडरवर्ल्ड डॉन टीटी भाई (मिथुन चक्रवती) की बहन इंदू (आसिन)की शादी पंजाब के एक पुलिस अफसर बहत्तर सिंह उर्फ खिलाड़ी 786 (अक्षय कुमार) से कराने की ठान लेता है. वह नहीं जानता कि बहत्तर सिंह कोई पुलिस वाला नहीं बल्कि चोर है. वह टीटीभाई को उस बात के लिए भी राजी कर लेता है कि लड़कों वालों के सामने वह खुद को चोर नहीं पुलिस वाला बताए. अब जब दोनों चोरों की असलियत उजागर होती है तो क्या ड्रामा होगा यह आपको फिल्म देखकर ही पता चलेगा.
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Khiladi 786 Movie Review: फिल्म समीक्षा
फिल्म की कहानी बहुत ही सीधी है लेकिन सीधी चीजे देखने के लिए दर्शक सिनेमाघरों में नहीं जाते और यह बात निर्देशक अच्छी तरह जानते हैं. फिल्म में बहुत ही ज्यादा कॉमेडी पंच और एक्शन सींस में हद से ज्यादा फैंटसी दिखाई गई है. कहीं ना कहीं फिल्म के एक्शन में “दबंग” के स्टंट्स को दुहराने की कोशिश की गई है.
अगर अभिनय की बात की जाए तो अक्षय कुमार ने अपना शत-प्रतिशत जरूर दिया है लेकिन डायलॉग डिलवरी में वह जरूरत से ज्याद बनावट दिखाते हैं. फिल्म में उनके कुछ पंच खास जमे नहीं. साथ ही हिमेश रेशमिया की आवाज उन पर जमी नहीं.
असिन ने एक बोल्ड लड़की के किरदार को बेहतरीन तरीके से निभाया. हिमेश एक्टिंग क्यूं करते हैं? इस सवाल का जवाब आपको पता चले तो हमें जरूर बताएं. हो सकता था उनकी जगह अगर किसी अन्य कलाकार ने मनसुख का किरदार निभाया होता तो फिल्म में थोड़ा और मजा आता. अन्य कलाकारों में सबसे प्रभावशाली मिथुन रहे.
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Songs of Khiladi 786: संगीत
फिल्म के अधिकतर गानों में नाक से निकलने वाली आवाज को सुनकर आपको अंदाजा तो मिल ही गया होगा कि म्यूजिक किस महान हस्ती का है. जी हां, आपने सही समझा फिल्म का म्यूजिक दिया है हिमेश रेशमिया ने. फिल्म के कुछ गानों में यो-यो हनी सिंह ने बोल दिए हैं और हनी सिंह की वजह से ही यह गाने युवाओं के बीच लोकप्रिय रहे हैं. हनी सिंह ने एक बार फिर साबित किया है कि आज के समय में युवाओं को लुभाने के लिए गानों से सिर्फ उनका नाम जुड़ना ही काफी है. फिल्म के कुछ गाने तो बेहद अच्छे हैं जैसे हुक्का बार और लोनली.
अंत में अगर फिल्म देखने की बात की जाए तो युवाओं के लिए यह एक शानदार फिल्म है. गीत-संगीत और कहानी युवाओं को लुभाने के लिए ही बनी है. लेकिन अगर आप आमिर खान की “तलाश” के दीवाने हैं तो अपने लिए कोई और फिल्म तलाशें.
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