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संजय दत्त को चाहने वालों की कमी नहीं है, इस बात का अच्छा खासा उदाहरण हमने तब देख लिया था जब उनकी फिल्म ‘पुलिसगिरी’ बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई थी। हालांकि इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाई नहीं की पर संजू बाबा के चाहने वाले जिस रफ्तार से इस फिल्म का प्रमोशन कर रहे थे उसे देख यह बात तो साफ थी कि उनके जेल जाने के बाद भी उनके चाहने वालों की लिस्ट में कोई कमी नहीं हुई है.
फिल्म ‘जंजीर’ भी उन फिल्मों की लिस्ट में शामिल है जिसे संजय दत्त जेल जाने से पहले पूरा गए थे. आज ‘जंजीर’ फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है. पहली बार किसी हिंदी फिल्म को तेलुगू के साथ-साथ तमिल में भी रिलीज किया गया. फिल्म जंजीर के निर्माता मेहरा ब्रदर्स ने फिल्म बनाने में पैसा पानी की तरह बहाया. यहां तक की मुंबई की फिल्म सिटी में करीब दो मिनट लंबे फाइट सीन को शूट करने में कम से कम दो करोड़ का खर्चा किया और इस भारी भरकम रकम की भरपाई करने के लिए फिल्म को तीन भाषाओं में रिलीज किया गया.
फिल्म जंजीर
कलाकार: संजय दत्त, राम चरण, प्रियंका चोपड़ा, प्रकाश राज, माही गिल, अंकुर भाटिया, अतुल कुलकर्णी
निर्माता: पुनीत प्रकाश मेहरा, सुमित प्रकाश मेहरा
निर्देशक: अपूर्व लाखिया
गीत: अशरफ अली, मनोज यादव, शब्बीर अहमद
संगीत: मीत ब्रदर्स आनंद राज आनंद, चिरंतन भट्ट
अवधि: 131 मिनट
फिल्म जंजीर की कहानी
फिल्म की कहानी तेज तर्रार गुस्सैल एसपी विजय खन्ना (राम चरण) की है. विजय जब दस-बारह साल का था तब ही उसके माता-पिता की हत्या कर दी गई थी. इसी कारण उसके दिल में बचपन से ही बदला लेने की भावना जागृत हो जाती है.
विजय के चाचा हैदराबाद में पुलिस इंस्पेक्टर हैं जो उसके माता-पिता की मौत के बाद उसका ध्यान रखते हैं और हमेशा कहते रहते हैं कि ‘तुझे बड़ा होकर एसपी बनना है’. सालों बाद विजय मुंबई आ पहुंचता है जहां उसकी मुलाकात शेर खान (संजय दत्त) से होती है. शेर खान का काम कारों के चोरों की गैंग को चलाने का होता है. शेर खान कुछ समय बाद अपने सभी गैरकानूनी धंधे बंद कर विजय से दोस्ती का हाथ मिलाता है. इसी बीच एक मर्डर केस की तफ्तीश करते-करते विजय केस की अहम गवाह माला (प्रियंका चोपड़ा) तक पहुंचता है. कुछ इस तरह फिल्म की कहानी चलती रहती है जो पूरी तरह विजय नाम के किरदार पर आधारित है जो सच्चाई से लड़ने में विश्वास रखता है.
फिल्म निर्देशन और अभिनय: जंजीर फिल्म से दक्षिण के स्टार रामचरण, बॉलीवुड की सुपरहिट एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और निर्देशक अपूर्व लाखिया जैसे स्टार के नाम भी जुड़ गए. इस उम्मीद के साथ दर्शक सिनेमाघर फिल्म देखने जरूर जा सकते हैं लेकिन फिल्म देखने के बाद दर्शक यह जरूर कहेंगे कि निर्देशक ने जंजीर (2013) में पुरानी जंजीर के किरदारों, कुछ यादगार दृश्यों और संवादों को जस का तस रख दिया है. फिल्म के किरदारों ने अभिनय तो बेहतर किया है पर बेमतलब की डायलॉगबाजी ने फिल्म को दर्शकों के लिए उबाऊ कर दिया.
क्यों देखें: यदि आप संजय दत्त के बहुत बड़े चाहने वाले हैं तो और आपको तमिल फिल्मों में दिलचस्पी है तो.
क्यों ना देखें: यदि आप तेज बैकग्राउंड म्यूजिक और बेमतलब की डायलॉगबाजी जैसी फिल्में नहीं देखना चाहते हैं तो.
Web Title: zanjeer 2013
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