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मल्सेज घाट: लहरों पर मस्त अठखेलियों का अंदाजेबयां
समुद्रतल से 700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मल्सेज घाट प्रकृति के द्वारा रचा गया झरनों का समूह है. मुंबई के नज़दीक स्थित मल्सेज घाट की सुंदरता मानसून में देखते बनती है. छोटे-बड़े पहाड़ों की श्रृंखला और वादियों की रमणीयता को देख मन प्रसन्न हो जाता है. मानसून के मौसम में राजहंस का यहाँ आगमन होता है जो पिम्पलगांव जोग बांध में अपने पंख फैला कर जब अठखेलियाँ करते हैं तो सारा वातावरण गुलाबी हो जाता है जो फोटोग्राफरों और वन्यजीव प्रशंसकों के लिए प्रकृति के पास जाने का मौका भी प्रदान करता है. इस वक्त इन पक्षियों के यहाँ आने का मुख्य कारण प्रजनन करना भी होता है. इसके साथ-साथ यहाँ आप अन्य जीव-जन्तुओं की प्रजातियों जैसे एल्पाइन स्विफ्ट, बैंगनी मोरहेन, हरे कबूतर, विस्लिंग थ्रश, पीएड क्रेस्टड कोयल भी देख सकते हैं.
मुंबई से 140 किलोमीटर दूरी पर स्थित मल्सेज घाट तक हम ईस्टर्न एक्सप्रेस राजमार्ग के माध्यम से भिवंडी होते पहुंच सकते हैं.
नागांव, अलीबाग: अब तटीय ठंड का मज़ा लें गर्मियों में
अगर आप सप्ताह के दिनों में काम करते थक गए हैं और भीड़भाड़ की जिंदगी से निजात पाना चाहते हैं तो अलीबाग का नागांव बीच आपके सप्ताहांत की छुट्टियों के लिए सबसे अच्छी जगह है. शहर की चिल्लपों से दूर समुद्र की लहरों की शांति के बीच अलीबाग तटीय क्षेत्र है. सत्ताद नाम से मशहूर नागांव के चारो तरफ ताड़ और चुरु के पेड़ों की श्रृंखला एकांत माहौल बयाँ करती है. यह अलीबाग से 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित महाराष्ट्र के सबसे प्राकृतिक तटों में से एक है. नागांव का स्वच्छ और सुंदर समुद्र तट तस्मा पेड़ों से भरा है जिसमें रात के समय बालू के ऊपर टहलने का मज़ा ही कुछ और है.
नागांव तट मुंबई से 122 किलोमीटर की दूरी पर है जहां आप ढाई घंटे के सफ़र के बाद पहुंच सकते हैं.
दुरशेत: प्रकृति की हरी कालीन
सह्याद्रि की गोद में अम्बा नदी के किनारे बसा दुरशेत महुआ और सागौन के पेड़ों का सदाबहार जंगल है. मानसून के समय में अम्बा नदी की शांति को भंग करते यहाँ कई झरने बन जाते हैं. मुंबई के कौतूहल से दूर यहाँ आप आकर एकांत में फलों के बगीचों और बबूल के पेड़ों के बीच टहलकर प्रकृति का मज़ा ले सकते हैं. बारिश के दिनों में यहाँ के वातवरण में जान आ जाती है जो अपने साथ कीट-पतंगों और तितलियों की कई अद्वितीय प्रजातियां जैसे टाइगर तितली साथ लाती है. इसके साथ-साथ आप वातावरण में कोयल, बुलबुल और तोतों की आवाज़ सुन सकते हैं.
दुरशेत जंगल मुंबई से 105 किलोमीटर दूर पुराने मुंबई-पुणे राजमार्ग पर खोपोली के नजदीक स्थित है जहाँ आप आसानी से पहुच सकते हैं.
अन्य जगहों में महाबलेश्वर, खंडाला एवं लोनावाला
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