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05 फरवरी 2011 : इस भ्रस्टाचार के लिए आप जिम्मेवार हो

जय गुरुदेव
जय गुरुदेव
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जय गुरुदेव,
 
परम पूज्य स्वामीजी महाराज अभी मथुरा आश्रम में ही हैं और प्रेमीजनो का सेवा और गुरुदर्शन का लाभ लेने के लिए लगातार मथुरा आश्रम आना लगा हुआ है.
 
इस भ्रस्टाचार के लिए आप जिम्मेवार हो:
 
परम पूज्य स्वामीजी महाराज ने फरवरी 1982 को कहा: आप सब देश के लिए, समाज के लिए और परिवार के लिए जिम्मेदार हो. आपको अपनी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए. हम तो कभी कभी सोचा करते हैं कि वह हमारी भारतीय सभ्यता, भारतीय वीरता और सदाचार थे, त्याग और तपस्या के सन्देश थे जिन्हें लाकर बच्चो में माँ बाप किस्से कहानियो से भर देते हैं. इस तरह की कहानिया सुनाकर मानवता की सत्यता का इतिहास बच्चो में भर देते थे. झूठ बोलने से लोग निर्धन हो गए कोढ़ी हो गए. ऐसी ऐसी बातें आदर्श की बच्चो में माता पिता बचपन से ही भर देते थे, जिन बच्चो को पढने लिखें को मिलता, खाने पीने को मिलता है तो क्या ज़रुरत है झूट बोलने की. पर आज विदेशी सभ्यता, वेदेशी चंचलता का वातावरण बन गया है. वैसी ही सबको आदत होती चली गयी. जैसी संगत वैसी सोहबत. तमाम नग्न चित्र शहरों में खुल गए, आपने सोचा था मनोरंजन होगा. क्या शिवाजी की वीरता की कहानी, रामदास, बौध या अन्य शूर वीरो त्यागियों और तपस्वियों की कहानी से मनोरंजन नहीं हो सकता. ऐसे ऐसे द्रश्य जो आज दिखाए जाते हैं उसे देखकर जब आप डूब जाते हो उस चंचलता में तो वे तो बच्चे हैं.
 
आपने वादा किया थे की चोरी नहीं होने देंगे, डकैती नहीं होने देंगे. राजेमाहाराजे भी तो यही करते थे तभी तो उनकी पूजा होती है. क्या ये पागल थे जो घोरे दौड़ाते  थे? आपने मरवा दिया २-४ लाख को पर चोरी डकैती तो बंद नहीं होती है. कुदरत का नियम है १ मारो १० पैदा होंगे. बत्तीस साल के रिकॉर्ड को देखा जाए चोरी डकैती के तो १५० के रिकॉर्ड फेल. एक बुरे के साथ दस अछे मरे जायेंगे पर छोटी डकैती बंद नहीं हो सकती. आप क़ानून बदल दीजिये, नया रास्ता खोजिये. आप सुधारना चाहते हो तो आपको दूसरा रास्ता पकाना पड़ेगा.  मैं लिखकर देता हूँ आप एक मारे एक लाख मारो चाहे दस लाख मारो चोरी डकैती बंद नहीं हो सकती.
 
जय गुरुदेव नाम प्रभु का

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