Vichar Gatha
- 45 Posts
- 3 Comments
शाम का धुंधलका था
वाहन तेज भाग रहे थे
सड़क के दोनों तरफ
रोशनी जल चुकी थी
भोजन बन रहा था
इंतजार हो रहा था
किसी के आने का
साज सज चुके थे
अरमान बज रहे थे
घुघुरू खनक रहे थे
जब वो आएंगे
हम खो जाएंगे
एक दूसरे में….
कमलेश मौर्य
सोनभद्र(उ.प्र)
Read Comments