Menu
blogid : 12388 postid : 691998

बेदाग़ निकले अमित शाह

खट्ठा-मीठा
खट्ठा-मीठा
  • 83 Posts
  • 121 Comments

क्या आपको इशरत जहां की याद है? अजी वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुंहबोली बेटी! जो नीतीश के मुंहबोले दामादों के साथ गुजरात पुलिस की मुठभेड़ में मारी गयी थी. बेचारी मासूम लड़की जो आतंकवादियों के लव जिहाद में फंस कर आतकवादियों के साथ ही जन्नत नशीं हो गयी थी.

इस मुठभेड़ पर सेकुलर सम्प्रदाय के धुरंधरों ने बहुत छातियाँ पीटी थीं और गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी जी तथा उनके तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह को फंसाने के लिए सबने अपनी … तक का जोर लगा दिया था.

मोदी जी तो शुरू में ही बेदाग़ निकले क्योंकि इस मुठभेड़ से उनका कोई लेना-देना नहीं था. यह तो पुलिस की अपनी कार्यवाही थी. लेकिन अमित शाह तो गृह मंत्री थे, यानि पुलिस विभाग के बॉस. उनको फंसाने की कोशिशें जारी रहीं.

केन्द्रीय सरकार के पालतू तोते ने अमित शाह को मामले में लिप्त दिखाने के लिए अपनी पूरी ताकत और अक्ल लगा दी, लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जो अदालत में टिक सके. यह तो तब है जब गुजरात पुलिस के कई अधिकारी पालतू तोते की सहायता कर रहे हैं.

अंत में पालतू तोते को हार माननी पड़ी और इस मामले में जो चार्जशीट दाखिल हुई है या होने वाली है, उसमें कहीं भी अमित शाह का नाम नहीं है.

यह सेकुलर सम्प्रदाय की बहुत बुरी पराजय है और उनके आतंकवादी बेटे-बेटियों के लिए घोर चिंता की बात है. अब वे गुजरात में घुसने से पहले हज़ार बार सोचेंगे और अगर कहीं मोदी जी प्रधान मंत्री बन गए तो फिर भारत में घुसने के लिए भी सौ बार सोचेंगे, क्योंकि फिर यहाँ से जिन्दा वापस जाने की कोई सम्भावना नहीं होगी.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply