क्रांतिकारी ! बहुत ही क्रांतिकारी !
भोलाभंडारी मीडिया ने भस्मासुर केजरीवाल को वरदान दिया । वरदान पाकर भस्मासुर ने सोचा कि पहले मीडिया पर ही इस नेमत को ट्राई करें । भस्मासुर के डर से मीडिया भाग रहा है । भस्मासुर पीछे पड़ा है । मीडिया अपने बचाव का रास्ता खोज रहा है । इस दिलचस्प नजारे का एक मजेदार पहलू और है । जिस खबरनवीस चैनल पर केजरीवाल इंटरव्यू देते हैं, सवाल पूछने पर वे उसे ईमानदारी का सर्टिफिकेट देने से नहीं चूकते । कहते हैं, आपतो ईमानदार हो बाकी सारे चैनल चोर हैं । जवाब सुन कर इंटरव्यू लेने वाला बोलता है “क्रांतिकारी ! बहुत ही क्रांतिकारी !” चैनल खुश,केजरीवाल डबल खुश ।
पिछली पांच विधानसभाओं के चुनाव का जायजा लें तो मीडिया ने ओपीनियन पोल से एक्जिट पोल तक जो आंकड़े दिये थे कमोवेश वे सही निकले । मीडिया इतना पावरफुल तो हो ही नहीं सकता कि वो बस्त्र के जंगलों,मध्यप्रदेश के पहाड़ी गांवों और राजस्थान के रेगिस्तान तक अपनी धाक जमा ले,जहॉं बिजली और यातायात के साधन भी सुलभ नहीं हैं । जाने माने सैफोलाजिस्ट जनाब योगेन्द्र यादव ने अपने सर्वे में आप की जीत का जो दावा किया था वह किसी को याद नहीं । याद दिलाना जरूरी है कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 45 से 48 सीट जीतने का दावा किया था । एक्सपर्ट का यह आंकड़ा क्यों गलत साबित हुआ । अभी कुछ दिन पहले दिल्ली में ओपिनियन पोल कराने वाली 11 एजेंसियों का स्टिंग आपरेशन हुआ था । वे सभी नामी गिरामी एजेंसियॉं पैसे लेकर जनता से लिये गये आंकड़ों में फेर बदल करके मन मुताबिक सर्वे दिखा देती थीं । योगेन्द्र यादव ने भी दिल्ली विधानसभा चुनाव के बारे में गलत,भ्रामक और बढ़ा चढ़ा कर आंकड़े दिये थे,आज तक किसी ने उनसे इस बारे में कोयी सवाल नहीं किया । किसी ने पैसे लेकर ये काम किया और किसी ने टिकट लेकर ।
(नीचे दिए लिंक पर जाएँ…योगेन्द्र यादव का किया सर्वे विडियो सहित देखने को मिलेगा).
http://ibnlive.in.com/news/aap-claims-victory-in-delhi-polls-says-clear-win-in-17-seats/429051-80-258.html
दिल्ली में सतजुग लाने का सपना दिखाने के बावजूद सिर्फ अट्ठाइस सीटें हासिल हुयीं । सरकार बनाने का पाखंड रचकर इस्तीफा देने का नाटक करना पड़ा । गुदड़ी तो शानदार,चमकदार थी लेकिन उसके अंदर चीलर बहुत थे । काटने लगे तो गुदड़ी फैंक कर भागना पड़ा । भागते वक्त कहना पड़ा हम कुर्सी के लिये थोड़े ही आये थे व्यवस्था परिवर्तन के लिये आये थे । देश का बंटाधार करने के काम में लगातार लगे रहेंगे । जबतक लोकतंत्र का सर्वनाश नहीं हो जायेगा,लालपट्टी के माओवादी दिल्ली की गद्दी पर कब्जा नहीं कर लेंगे तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा । झूठ,छल,प्रपंच,आरोप,मनगढंत कहानियों के हथियार हमारे शस्त्रागार में बहुत हैं । देश की जनता वैसे भी व्यवस्था से बहुत नाराज है,उसकी नाराजगी को हम बिंदास भुनायेंगे । कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है ।
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