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दोस्तों आज हम आप को बताने जा रहे है भारत देश के चंद किसानो की कमाई जो की असल में भारत के जीडीपी से २५ गुना ज्यादा है !
आप सभी को जानकर बेहद हैरानी होगी मुझे भी हुआ जब पहली बार मैंने सुना बिश्वास नही हो रहा था परन्तु जब पता चला की (RTI) के
जरिये खुलासा हुआ है ! बाकायदा डॉक्यूमेंट बना कर RTI ने २४ अप्रैल २०१५ को ए जानकारी साझा किया तो साहब यकीं हो गया !
आईये हम आप को इस अकड़े से अवगत करते है ये अकड़ा है २००५ -२०११ के बीच का परन्तु मै सिर्फ २०११ के अकड़े की बात कर
रहा हु बाकि आप अंदाजा खुद लगा लेंगे ! २०११ में सिर्फ ६ लाख ५४ हजार किसानों ने अपनी कमाई का जो ब्यौरा दिया था उसका कुल
मिलकर होता है २ हजार लाख करोड़ जी हा अगर नंबर की बात करे तो १६ जीरो लगाने के बाद ए नंबर बनेगा जी हाँ
२०,००,००,००,००,००,००,००० करोड़ रुपया सिर्फ २०११ में और सिर्फ ५ लाख ५४ हजार किसानों की कमाई जो RTI के पास उपलब्ध है !
असल में यह अकड़ा भारत के १ साल के जीडीपी से भी २५ गुना ज्यादा है, जब इस आंकड़े को देख एक याचिका करता ने केस फाइल
करने की कोसिस की तो UPA गवर्नमेंट के बड़े अधिकारी इसे ये कहकर मना कर दिए की यह मामला पब्लिक इंटरेस्ट का नही है ! यह
बात भी सच है की आज की चोर मीडिया इसे नही दिखा रही है ! फिर भी चंद मीडिया वाले है जो इसे प्रसारित कर रहे है जैसे की न्यूज़
नेशन ! अब सोचिये १ साल की कमाई इतनी है तो २००५ से २०१५ तक की कमाई कितनी होगी और सिर्फ २००५-११ ही क्यों पुरे
कांग्रेश के शासनकाल में कितनी हुई होगी ! अब पता चला की काले धन के मुद्दे पर राहुल गांधी (पप्पू ) जो मोदी जी को घेरने की कोसिस
में रहता है ! जो खुले आम धमकी देता है की दम है तो बहार लाओ कला धन, क्यों की इसने सरे पैसे white में बदल दिए इसे पता है सब
लूटा चूका है साहब आप को बता दे की कृषि के क्षेत्र हुई कमाई पर कोई टैक्स नही लगता यही वजह है की इस पप्पू के गवर्नमेंट ने पुरे
दलालों को इसी रस्ते के जरिये सारा कालाधन सफ़ेद करने में मदत किये ! अबतक आप लोगो को पता चल ही गया होगा की इतने कॉन्फिडेंस
के साथ ये कॉंग्रेश वाले मोदी जी पर कालेधन के मुद्दे पर क्यों लड़ते रहते थे ! इस UPA गवर्नमेंट ने इस देश को इस कदर लूटा की असली
किसान आज ख़ुदकुशी कर रहे है और फ़र्ज़ी किसान मज़े ले रहे है यही वजह है की ए लोग आज संसद भी नही चलने देते क्यों की इन्हे पता है
संसद चली तो पोल खुल जाएगी !
जो लोग आज मोदी जी के उस नारे पर कमेंट करते है की कहा गए हमारे १५-१५ लाख रूपये जो हमारे अकाउंट में आने वाले थे तो उन्हहें
मैं बता दू की अगर ए कालाधन जो की UPA गवर्नमेंट कृषि की कमाई के जरिये घोटाले किये उसे भारत के उन लोगो को दे दिए जाये जो
की BPL कार्ड होल्डर है जिनकी कुल संख्या ३५ करोड़ है ! तो हर ब्यक्ति के अकाउंट में ३०-३० करोड़ रूपये आएंगे जो की १५ लाख से
कही ज्यादा है १८० गुना ज्यादा है ! अब ओ लोग कहा है जो मोदी को घेरते है ये कह कर की कहा है हमारे पैसे क्या अब सोनिया या उनके
दामाद रबाट वाड्रा से मांगेंगे !दोस्तों आप लोग खुद सोचिये की किसान बिरोधी गरीब बिरोधी कौन है UPA या फिर NDA जवाब आप को
खुद मिल जायेगा !
इसे कहते है चोरी ऊपर से सीना जोरी ये है कॉंगेशियों का असली चेहरा आज वो ये कह रही है मोदी सरकार इन लोगों के खिलाफ एक्शन ले
मैं पूछना चाहता हु उन गद्दारों से की जब २०१५ मार्च में यह अकड़े दिए गए तब UPA गवर्नमेंट कहा थी लोकसभा के लिए चंदे वसूल रही थी
या कही मुजरे करने गयी थी ! दूसरों पर कीचड़ उछालना बड़ा ही आसान है मैं बस अपने भोले भले देश बासियों से यही कहना चाहूंगा उखड
फेकों इस देश के गद्दारो को दिखा दो इनकी असली औकात ! कहा गए बिपक्ष के ओ वे लोग जो कोंग्रेश पर मेहरबान रहते है क्या ओ ए बताएंगे
कितना हिस्सा उन्हें मिला था इस केस को दबाने का क्या यही है देश भक्ति ! क्या अब भी मोदी के नारों पर ए चुटकी लेंगे ! दोस्तों बात बहुत है
कहने को पर इतना अवकाश नही, भक्त बहुत है इस देश में पर असली कोई भक्त नही अब मेरी ये दिली इच्छा है की मोदी गवर्नमेंट उन लोगो
का पता लागए और जिस किसी भी बैंक अकाउंट में धन जमा हो उसे वापस देश के खजाने में लाये ! बस मोदी गवर्नमेंट से इतनी हिं प्रार्थना है
की इन चोरों का सच देश के सामने लए हलाकि ये कठिन कार्य होगा क्यों की बिपक्ष इस काम को अंजाम तक पहुचने नही देगी !रस्ता कहीं है
पर चलना तो पड़ेगा ही ! जय हो भारत के इन चमत्कारी किसानो का जिनकी कमाई इतनी होती है !
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