अगर आपके मन में अमेरिका के प्रति यह राय है कि वह अँधविश्वासों से मुक्त पूर्णतया उन्नत विचारों वाले लोगों का देश है तो ये पढ़कर आप चौकेंगे! अमेरिका के नागरिकों में भी अंधविश्वास है. वैसा अंधविश्वास जिसके कारण भारत जैसे विकासशील देशों की नकारात्मक छवि बढ़ा-चढ़ा कर पेश की जाती है. दरअसल अमेरिका के कई लोगों में शुक्रवार को लेकर एक डर और उससे पैदा हुयी अविश्वास बनी रहती है. अमेरिका के लोगों के मन में प्राचीन समय से ही सप्ताह के छठे दिन और तेरहवें शुक्रवार को लेकर गलत धारणा रही है.
आशंका विशेषज्ञ डॉक्टर डोनाल्ड डोज़े के अनुसार यह आज भी संयुक्त राज्य अमेरिका में व्यापक स्तर पर फैला अंधविश्वास है. इस दिन कुछ व्यक्ति जहाँ तेरहवें शुक्रवार को काम करने नहीं जाते, वहीं कुछ रेस्त्रां में खाने नहीं जाते. कई लोग इस दिन शादी तक नहीं करते. चिकित्सक डोज़े ने लोगों के इस अंधविश्वास को पैरस्केविडेकैटरियाफ़ोबिया नामक शब्द की शुरूआत की है. वर्ष 1993 में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में इस अंधविश्वास से संबंधित एक लेख भी प्रकाशित हो चुकी है जिसका विषय ‘इज फ्राइडे दी थर्टिंथ बैड ऑफ योर हेल्थ?’ थी.
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इसके लेखक ने अपनी बातों के तर्क में एक वर्ष के भीतर पड़ने वाले शुक्रवार की दो विभिन्न तिथियों छठी और तेरहवीं के सड़कों पर जाम में फँसी गाड़ियों और मोटरगाड़ी दुर्घटना का अनुपात निकाला. इसके तहत उन्होंने शुक्रवार के दिन लोगों के स्वास्थ्य, व्यवहारों और अंधविश्वासों के संबंधों का अध्ययन किया. उन्हें इस बात को जानकर हैरानी हुयी कि तेरहवें शुक्रवार को बहुत कम लोग अपनी गाड़ी चलाते हैं.
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यह भी देखा गया कि छठें शुक्रवार की अपेक्षा तेरहवें शुक्रवार को वाहन दुर्घटना की वजह से अस्पतालों में भर्ती लोगों की तादाद अधिक थी. शुक्रवार की तेरहवीं तिथि को यह ज़ोख़िम करीब 52 प्रतिशत तक बढ़ जाती थी. डोज़े के अनुसार करीब 21 मिलियन अमेरिकियों के मन में शुक्रवार को लेकर अंधविश्वास है. अगर उनकी बातों को सच माना जाय तो अनुमान के अनुसार अमेरिका की 8 प्रतिशत आबादी अत्यंत प्राचीन इस विश्वास के संबंध में फैली धारणाओं का अंधानुकरण करती है. Next…
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