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पहले ही समझ जाइए ब्रेक-अप के सिग्नल !!

break-up coupleपति-पत्नी के बीच संबंध कितने मधुर हैं, यह बात तभी समझ में आ सकती है, जब वह अकेले एक साथ समय बिताने की कोशिश करें. हालांकि आजकल की भागती-दौड़ती जीवनशैली में समय की कमी से हम सभी जूझ रहे हैं, लेकिन अगर अपनी व्यस्ततम दिनचर्या में से थोड़ा समय अपने साथी को भी समर्पित कर दिया जाए तो यह संबंधों में मजबूती तो लाता ही है, साथ ही दोनों के बीच तालमेल और सौहार्द को भी बनाए रखता है.


लेकिन अगर किसी कारणवश आप दोनों के बीच दूरियां आने लगी हैं, समय होने के बावजूद आपका साथी आपको उचित समय नहीं दे रहा है तो ऐसे हालातों को अनदेखा करना, आगे चलकर आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है. हो सकता है आपका साथी अब आपके साथ समय बिताना पसंद ही नहीं करता हो और व्यस्त होने का बहाना बनाकर वह आपसे दूरी बनाने की सोच रहा हो. निःसंदेह संबंध विच्छेद जैसी परिस्थितियां किसी भी व्यक्ति को भावनात्मक रूप से बहुत नुकसान पहुंचाती हैं.


अगर आपका वैवाहिक जीवन भी भावनाओं और समय के अभाव में जटिल और निरस बना हुआ है, आपका साथी कोई ना कोई बहाना बनाकर आपको उपेक्षित कर रहा है, तो निम्नलिखित बिंदु आपको यह समझाने में सहायक हो सकते हैं कि अब आपको अपने संबंध को स्थिर बनाए रखने के लिए कोई कदम उठाना पड़ सकता है, क्योंकि हो सकता है कि वह आपसे संबंध विच्छेद करने की सोच रहा हो:


  • अगर आप दोनों अकेले कहीं बाहर जा रहे हैं और आपका साथी आपके किसी मित्र को साथ चलने के लिए आमंत्रित करता है तो निःसंदेह उसका निमंत्रण यह प्रमाणित करता है कि अब आपका साथी आपके साथ अकेले में समय नहीं बिताना चाहता. कहीं ना कहीं आप के संबंध में बोरियत आ चुकी है, जिसे दूर करने के लिए वह नई कंपनी तलाश कर रहा है. जो समय आप दोनों का है उसमें किसी और का दखल आपके रिश्ते के लिए एक अच्छा संकेतक नहीं है.

  • अगर आपका साथी घूमने या मनोरंजन के ऐसे साधनों को प्राथमिकता देता है, जिसमें आप कतई दिलचस्पी नहीं रखते, तो यह लक्षण बिगड़ते हालातों की ओर इशारा करते हैं. पहले जहां वह हर प्लान आपके साथ और आपकी पसंद को ध्यान में रखकर बनाता था, आज वहीं वह उन जगहों को तरजीह देने लगे जहां जाना आप पसंद नहीं करते. निःसंदेह यह इस ओर इशारा करता है कि अब आप दोनों में लगाव और प्रेम समाप्त हो चुका है, जिसकी वजह से आपका साथी आपके साथ को महत्व ही नहीं देता.

  • ऐसा माना जाता है कि पति-पत्नी के बीच बहस तभी होती हैं, जब वह दोनों एक-दूसरे से बात करना पसंद करते हों और अगर दूसरा किसी परेशानी में है तो उसे सुलझाना अपना कर्तव्य मानते हों. इसके अलावा अगर उन दोनों के बीच कोई गलतफहमी पैदा हो गई है तो अपने संबंधों को मजबूत बनाए रखने और उस गलतफहमी को दूर करने के लिए एक-दूसरे से ही वाद-विवाद कर बैठते हैं. कहीं ना कहीं पति-पत्नी के रिश्ते को यहीं वाद-विवाद स्थिर और मधुर बनाए रखता है. लेकिन अगर आपका साथी आपसे बात करने में दिलचस्पी ही नहीं लेता और बेवजह उत्पन्न हुई गलतफहमी का निपटारा करने को अहमियत ना देते हुए वह स्थिति को जस का तस बने रहने देता है साथ ही आपकी किसी परेशानी को बांटने की भी पहल नहीं करता, तो संभवत: आपके संबंध में खटास पैदा हो चुकी है.

  • आपकी जो आदतें आपके साथी को पहले बहुत आकर्षित करती थीं. आपका स्टाइल, आपके बात करने का अंदाज, आदि जो आपकी खूबी मानी जाती थी, अब वही अगर आपके साथी के लिए असहनीय बन गई है तो निश्चित तौर पर आपके संबंध में कुछ भी ठीक नहीं है. आपकी जिन विशेषताओं पर आपका साथी मोहित हुआ करता था, आज वही उसे अजीब लगने लगे तो इसे और क्या कहा जा सकता है. अगर आपका साथी आपके प्रति बदले अपने व्यवहार के कारण आपसे बात ना करे तो समझ जाइए कि कुछ बहुत बुरा होने वाला है. इसके अलावा अगर वह काफी दिनों बाद, रुष्ट लहजे में आपसे यह बोले कि हमें अपने संबंध के बारे में बात करनी चाहिए तो संभवत: यह इस ओर इशारा करता है कि आपका संबंध समाप्ति के कगार पर है.

अगर आप अपने साथी के इस व्यवहार के पीछे की वजह जानना चाहते हैं तो उसे थोड़ा समय देना भी जरूरी है. अगर उसके व्यवहार में आए इस नकारात्मक बदलाव के दरमियान आप उनसे कुछ पूछेंगे तो संभवत: वह शायद ऐसा कुछ कह सकता है जिससे आपको चोट पहुंचे और जो आपके संबंध-विच्छेद का कारण बने. इसीलिए उसे भी आत्म-चिंतन करने के लिए पर्याप्त समय दें. लेकिन अगर परिस्थितियां हाथ से निकलती प्रतीत हों, तो देर करना हानिकारक सिद्ध हो सकता है.


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