अगर आप उन महिलाओं में से हैं जो अपने लिए मिस्टर पर्फेक्ट के सपने देखती हैं तो हो सकता है आपको अपनी इच्छाओं और अपेक्षाओं में थोड़ा परिवर्तन करना पड़े. क्योंकि हाल ही में एक अध्ययन द्वारा यह सिद्ध किया गया है कि मिस्टर पर्फेक्ट जैसी अवधारणा का आज के समय में कोई औचित्य नहीं है.
रेमिंगटन (Remington), लंदन द्वारा संपन्न इस अध्ययन के अंतर्गत 2,000 महिलाओं को शामिल किया गया जिनमें से अधिकांश महिलाओं ने यह बात स्वीकार की कि उनके पति की पर्फेक्शन बस 69 प्रतिशत ही है. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि अध्ययन में शामिल एक भी महिला अपने जीवनसाथी से पूरी तरह संतुष्ट या प्रसन्न नहीं दिखाई दी.
इस सर्वेक्षण में जब महिलाओं से यह पूछा गया कि क्या चीज पुरुषों को पर्फेक्ट बनाती है तो उनकी लिस्ट में सबसे पहला नाम था एक आकर्षक व्यक्तित्व. व्यक्तित्व के बाद महिलाओं को पुरुषों का मजाकिया लहजा और उनका सुंदर चेहरा आकर्षित करता है.
डेली मेल में प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार रेमिंगटन के मार्केटिंग डायरेक्टर निक्की मैक रिनॉल्डस का कहना है कि सभी पुरुष बहुत आकर्षक तो नहीं हो सकते लेकिन थोड़ा बहुत अंतर उन्हें महिलाओं के आकर्षण का केन्द्र जरूर बना सकता है.
वहीं दूसरी ओर जब महिलाओं से यह पूछा गया कि अपने साथी की कौन सी आदतें उन्हें क्रोधित करती या बिल्कुल नागवार गुजरती थीं, तो इस सवाल के जवाब में उनकी सूची थोड़ी लंबी थी.
साथी का बात-बात पर टोकना, घर में समान इधर-उधर बिखेर कर रखना, उन्हें अहमियत ना देना, एक ही समय पर दो काम ना कर पाने की आदत, दिनभर टी.वी देखना, जिन दोस्तों को महिलाएं पसंद नहीं करतीं उनके साथ बाहर जाना या व्यक्तिगत सुधार पर ध्यान ना देना आदि कुछ ऐसे बिंदु हैं जो महिलाओं को असहनीय लगते हैं.
इसीलिए खुद को पर्फेक्ट समझने वाले पुरुषों को अपनी यह मानसिकता त्याग देनी चाहिए कि उनकी प्रेमिका या पत्नी दुनियां की उन चंद भाग्यशाली महिलाओं में से हैं जिन्हें एक पर्फेक्ट साथी मिला है. निम्नलिखित बिंदु या यूं कहें कि पुरुषों की निम्नलिखित कमियां कभी उन्हें मिस्टर पर्फेक्ट नहीं बनने देतीं:
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