सिर पर पड़ी लाठी और गुम हो गई याद्दाश्त…बॉलिवुड का यह फिल्मी पैंतरा आपने अकसर बहुत सी फिल्मों में देखा होगा कि जब किसी के सिर पर पत्थर गिरता है, एक्सिडेंट होता है या फिर अन्य किसी दुर्घटना में उसके सिर पर चोट लगती है तो उसे मेमोरी लॉस हो जाता है. फिर चाहे आप उसे कितना ही उसके पास्ट या प्रेजेंट के बारे में बताते रहें, उस बेचारे को कहां कुछ याद आता है.
चलिए ये तो ट्रेजेडिक हालात है, कभी आपने ऐसा सोचा है कि किसी को जोर से सिर पर चोट लगी और वो अचानक से इंटेलिजेंट हो गया…जो मैथ्स में कमजोर था, वह अंगुलियों पर सवाल हल करने लगा, कोई कवि बन गया तो कोई कहानियां लिखकर मशहूर हो गया. बहुत हद तक संभव है यह सब आपके लिए हैरानी का सबब बन गया हो लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी ही शख्सियतों से परिचित करवाने जा रहे हैं जिनके साथ घटित दुर्घटनाएं उनके लिए वरदान बन गईं:
जेसन पैजेट
पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से जेसन को स्कूल से निकाल दिया गया था. स्कूल छोड़ने के बाद जेसन ने अपने पिता की फर्निचर की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया था. 31 साल की उम्र में वह मैथ्स एक्सपर्ट के रूप में उभर कर आया. जब डॉक्टरों ने जेसन का परीक्षण किया तो उन्होंने पाया कि जेसन के दिमाग पर लगी चोट के कारण उसके मस्तिष्क ने सामान्य से बेहतर तरीके से काम करना शुरू कर दिया है. आज जेसन 43 वर्ष के हैं और यह उन चंद लोगों में से एक हैं जो फ्रैक्टल (रेखागणित से संबंधित) को हाथ से बना लेते हैं.
ऑरलेंडो सेरल
दस वर्ष की उम्र में सिर पर बेसबॉल का बैट लगा और इस बैट के लगते ही ऑरलेंडो की किस्मत चमक गई. सेरल ने अपने घर में नहीं बताया कि उनके सिर पर बेसबॉल का बैट लगा है. 44 वर्षीय ऑरलेंडो सेरल किसी भी साल के किसी भी सप्ताह के किसी भी दिन को जुबानी बता सकते हैं, वो भी बिना किसी गलती के.
टॉमी मैक हग
कभी जेल में एक कैदी के तौर पर जिंदगी बिताने वाले टॉमी मैक हग 51 साल की उम्र में 2 बार ब्रेन हैमरेज होने के बाद आज भी जीवित हैं. टॉमी की आंख अस्पताल में खुली और जब उन्होंने होश संभाला तो वह हर बात राइम यानि कविता के तौर पर करने लगे. वर्ष 2012 में 63 वर्ष की उम्र में टॉमी का निधन हो गया था और आप यकीन नहीं करेंगे कि कभी कविता के भाव तक ना समझने वाले टॉमी के कमरे की दीवारें राइम, कविताएं और पेंटिग्स से भरी पड़ी थीं.
टोनी सिकोरिया
हड्डियों के डॉक्टर टोनी पर वर्ष 1994 में बिजली गिरी थी, एक नर्स ने उन्हें बचाया और जब वह ठीक-ठाक होकर अस्पताल से घर वापस लौटे तो अचानक ही उनकी दिलचस्पी पियानो बजाने और उसकी धुन सुनने में जाग गई. टोनी ने अपने जीवन में कभी भी पियानो को हाथ तक नहीं लगाया था और अब वह एक बेहतरीन पियानो प्लेयर बनकर उभर रहे थे. वह अपना संगीत कंपोज करते और धुन बजाते थे.
बेन मैकमोहन
एक बड़ी दुर्घटना के बाद बेन कोमा में चले गए और उनके अभिभावकों को लगा कि अब शायद वो कभी ठीक नहीं होंगे. लेकिन एक सप्ताह बाद ऑस्ट्रेलियाई छात्र उठा और उठकर चीन की भाषा मंदारिन भाषा बोलने लगा. बेन का कहना है कि जब वह उठे तो उनके सामने एक चीनी नर्स थी जिसे देखकर उन्हें लगा कि वो चीन में हैं और खुद भी मंदारिन बोलने लगे.
डेनियल टेमेट
मैथ्स जीनियस डेनियल को 3 वर्ष की उम्र में मिरगी का दौरा पड़ा और इस दौरे के बाद वह गणित के नंबरों को लेकर आसक्त हो गए थे. हालांकि पहले भी वह स्कूल में एक ब्राइट स्टूडेंट के तौर पर जाने जाते थे लेकिन उनकी असामान्य प्रतिभा इस दुर्घटना के बाद दिखी. वह बड़ी से बड़ी गणना अपनी अंगुलियों पर गिन लिया करते थे. ऑटिस्टिक पेशेंट होने के बावजूद डेनियल मुश्किल से मुश्किल सवाल आसानी से हल कर लिया करते हैं.
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