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आपकी जिद ही मिलवाएगी सच्चे प्यार से!!

boy friendआमतौर पर यह माना जाता है कि हठी या जिद्दी स्वभाव वाले व्यक्ति किसी के भी साथ खुशहाल संबंध नहीं रख पाते. इतना ही नहीं हम तो यह भी समझते हैं कि मौजूदा परिस्थितियों और संसाधनों के अनुसार खुद को ढालने वाला व्यक्ति ही आगे चलकर सफलता प्राप्त कर सकता है.


लेकिन क्या उपरोक्त मानसिकता जीवन के सभी क्षेत्रों में समान रूप में सफल हो सकती है? शायद नहीं. विशेषकर प्रेम संबंधों में यह मानसिकता किसी भी रूप में कारगर नहीं हो सकती. इसके विपरीत अगर कोई इस धारणा पर चलता है तो उसे अपनी लव-इंट्रस्ट को पाने का सपना ही नहीं देखना चाहिए.


एक नए अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया है कि वे लोग जो महिला के एक बार के इंकार के बाद उसके समीप जाना या दोबारा प्रयास करना बंद कर देते हैं वह कभी भी अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सकते.


जर्नल साइकोलॉजिकल साइंस, लंदन द्वारा हुए इस अध्ययन में जो नतीजे निकाले गए हैं उनके अनुसार जहां एक ओर प्यार में बार-बार हारने वाला व्यक्ति अगर अपने प्रयास को जारी रखता है तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता. वहीं दूसरी ओर वे पुरुष जो अति आत्मविश्वासी होकर यह समझने लगते हैं कि उन्हें तो कोई महिला ना नहीं कर सकती निश्चित तौर पर ऐसे पुरुषों में कोई भी समझदार महिला दिलचस्पी नहीं लेती.


डेली मेल में प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार इस नए शोध में 96 पुरुष और 103 महिलाएं शामिल की गईं. सभी को व्यक्तिगत आकर्षण के आधार पर खुद को अंक देने को कहा गया. आपसी निजी मुलाकात के पश्चात महिलाओं को अपने पुरुष साथी और पुरुषों को अपनी महिला साथी को शारीरिक आकर्षण के आधार पर अंक देने को कहा गया.


इस स्पीड-डेटिंग एक्सरसाइज ने शोधकर्ताओं को उन रणनीतियों से भी अवगत करवाया जिसके अनुसार कोई भी महिला, पुरुष को पसंद या नापसंद करती है.


मेसाच्युसेट्स स्थित विलियम कॉलेज के मनोवैज्ञानिक कैरीन परिलोक्स के अनुसार जब पुरुष यह समझने लगते हैं कि संबंधित युवती उनमें दिलचस्पी लेती है तो वास्तव में इसका उलटा ही होता है. अर्थात अगर महिलाओं को यह लगने लगे कि जिस व्यक्ति के साथ वे डेटिंग करना चाहती हैं वह स्वयं उन्हें पाने की कोशिशों में लगा है तो महिलाएं अपनी ओर से कोई भी प्रयत्न नहीं करतीं साथ ही वह उस पुरुष को ज्यादा अहमियत भी नहीं देतीं. लेकिन वहीं नकारात्मक सोच के साथ अगर पुरुष अपनी पहली असफलता पर ही निराश होकर बैठ जाते हैं तो महिलाओं को यह भी बिलकुल नहीं पसंद आता. महिलाएं चाहती हैं कि अगर पुरुष उनके लिए भावनाएं रखता है तो वह उनका प्रदर्शन भी करे.


अब इन नतीजों को सभी पर समान रूप से लागू किया जाए या नहीं इस विषय में तो कुछ नहीं कहा जा सकता. लेकिन हां, यह उन पुरुषों को एक नई उम्मीद जरूर दे सकता है जो प्यार में हार मान चुके हैं और दोबारा कभी उस युवती के सामने जाने के बारे में नहीं सोच सकते.


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