रंगों का त्यौहार जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था बस कुछ ही समय में दस्तक देने वाला है. जिस त्यौहार का इंतजार आप पूरे वर्ष करते हों तो उसे कैसे मनाना है, किन-किन लोगों के साथ मनाना है यह आपने पहले ही तय कर लिया होगा. इस संदर्भ में आपकी सभी योजनाएं भी पूरी तरह तैयार होंगी. लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यह रंगों का त्यौहार भले ही जीवन में उल्लास और मस्ती भर देने वाला हो लेकिन जिन रंगों का प्रयोग हम इस दिन करते हैं वह हमारी त्वचा और स्वास्थ्य पर बेहद नकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं. इतना कि कुछ समय की मस्ती के दुष्प्रभाव आपको बहुत लंबे समय तक सहन करने पड़ सकते हैं.
आपको यह जानकर बेहद आश्चर्य हो सकता है कि भले ही आप सादी होली खेलने के लिए गुलाल आदि जैसे सूखे रंगों को एक बेहतर विकल्प समझते हों लेकिन वे शोधकर्ता जो होली के रंगों पर कई रिसर्च कर चुके हैं, उनका कहना है कि रंग चाहे सूखे हों या फिर गीले सभी के कुछ ना कुछ बड़े नुकसान होते हैं. क्योंकि इनमें किसी ना किसी रूप में लेड ऑक्साइड, मरकरी आदि जैसे घातक पदार्थ सम्मिलित रहते हैं जो आपकी त्वचा को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं, वहीं अगर गलती से भी यह आपके शरीर में प्रवेश कर गए तो यह स्वास्थ्य को भी बाधित करते हैं.
यूं तो होली के दिन रंगों से बचना मुश्किल ही होता है, भले ही आप प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें लेकिन ऐसा कतई जरूरी नहीं है कि दूसरे लोग भी ऐसा ही करें, इसीलिए पहले से ही सावधानी बरतनी चाहिए. अपनी स्किन और बालों की देखभाल के लिए आप निम्नलिखित टिप्स प्रयोग में ला सकते हैं:
होली के दिन करें बालों की देखभाल
रंगों के नुकसान से बचाए अपनी त्वचा
होली हमारे प्रमुख त्यौहारों में से एक है. लेकिन कुछ लोग इस दिन शराब और भांग का नशा कर इसके महत्व को कम कर देते हैं. वहीं कुछ बेहद हानिकारक रंगों का प्रयोग कर दूसरों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं. ऐसा करना होली जैसे पर्व के अपमान से कम और कुछ नहीं है. ऐसी क्रियाकलापों में ना उलझते हुए होली के उल्लास को बनाए रखने का प्रयत्न करें. आप सभी को होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.
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