जिस प्रकार शरीर को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है, उसी तरह त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बने रहने के लिए भी पानी/नमी की जरूरत होती है। तो त्वचा को नमी पहुंचाने के लिए आप क्या करें, सखी के साथ जानें।
क्या है मॉयस्चराइजर: मॉयस्चराइजर एक प्रकार की क्रीम, जेल या लोशन के रूप में होता है, जो त्वचा को हाइड्रेट करता है। त्वचा की देखभाल का सबसे अहम हिस्सा है-मॉयस्चराइजिंग। यह हमारी त्वचा को नर्म-मुलायम और तरोताजा बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी होता है। रूखी, बेजान व खुरदरी त्वचा को कोमल और चिकनी बनाने के साथ-साथ रूखेपन से दूर रखता है।
क्यों जरूरी है : भारत में धूप का असर तेज होता है और सूर्य की तेज किरणें व गर्मी त्वचा की नमी को सोख लेती हैं, इसी प्रकार सर्द हवाएं भी त्वचा को रूखा बना देती हैं। ऐसे में रूखेपन को दूर करने के लिए मॉयस्चराइजर लगाना बहुत जरूरी होता है। यह त्वचा के हाइड्रेशन लेवल को संतुलित रखता है।
खासियत : मॉयस्चराइजर में एसेंशियल फैटी एसिड होते हैं, जो रूखेपन से मुकाबला करते हैं और त्वचा को चिकनाई व सौम्यता प्रदान करते हैं। कुछ मॉयस्चराइजर्स में कोलेजेन और हाइलोरोनिक एसिड होता है, जो आमतौर पर ड्राइनेस डिसऑर्डर की मेडिकेटेड क्रीम में पाया जाता है। एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को स्मूद बनाते हैं और एएचए (अल्फा हाइड्रॉक्सिल एसिड) मृत त्वचा को हटाकर चमक प्रदान करने में मदद करते हैं। मॉयस्चराइजर में विटमिन ए, सी और ई भी होता है, जो झुर्रियों से बचाव करते हैं, त्वचा के खुले छिद्रों को बंद करके कोमल और रेशमी एहसास देते हैं।
तरह-तरह के मॉयस्चराइजर : बाजार में आज तमाम तरह के मॉयस्चराइजर उपलब्ध हैं। यह आपकी त्वचा की किस्म और जरूरत पर निर्भर करता है कि आपको किस तरह के मॉयस्चराइजर की जरूरत है।
1. मिली-जुली से सामान्य त्वचा : इस प्रकार की त्वचा के लिए वॉटर बेस्ड (पानी युक्त) मॉयस्चराइजर की जरूरत होती है। लाइट क्रीम मॉयस्चराइजर जो आपको सुखद और कोमल एहसास दे।
2. रूखी त्वचा : क्रीम बेस्ड (युक्त) मॉयस्चराइजर, जो एंटीऑक्सीडेंट से युक्त हों, रूखी त्वचा के लिए बेहतर होता है।
3. तैलीय त्वचा : लाइट या ऑयल फ्री मॉयस्चराइजर (तेलरहित मॉयस्चराइजर) जो जेल के रूप में मिलता है, इस त्वचा के लिए अच्छा विकल्प है। जिस प्रोडक्ट में यह लिखा हो-नॉन कंडोजेनिक, वही खरीदें। ताकि त्वचा के छिद्र बंद न हों, जो ब्लैकहेड्स का कारण बनते हैं।
4. संवेदनशील त्वचा : ऐसा मॉयस्चराइजर चुनना चाहिए, जिसमें सिंथेटिक फ्रैगरेंस या डाई न हो। साथ ही जिस प्रोडक्ट में विटमिन सी और रेटिनॉइड्स हों, उससे भी दूर रहें। यह त्वचा में जलन व खुजली पैदा करते हैं।
5. मैच्योर त्वचा : जिस मॉयस्चराइजर में ग्लाइकॉलिक एसिड या एएचए तत्व हो, वो ऐसी त्वचा के लिए बेस्ट होता है। यह तत्व त्वचा के मृत और रूखे कोश को दूर करने में मदद करता है। त्वचा नई, खिली-खिली व निखरी हुई नजर आती है। साथ ही साथ धूप से हुए त्वचा के नुकसान को भी दूर करने में मदद करता है।
साभार – जागरण याहू
Read Hindi News
Read Comments