बरसात का मौसम आने वाला है और आने वाला है रंग-बिरंगे छतरियों का मौसम. छतरियां जिनका उपयोग लोग वैसे तो लोग बारिश से बचने के लिए करते हैं लेकिन गर्मी में यह धूप से भी बचाता है. यानी रिमझिम बरसती बूंदें हों या आग उगलता सूरज, छतरी दोनों ही मौसम में अपनी जरूरत का एहसास कराते हुए आपका बचाव करती है.
छतरियां आज से ही नहीं बल्कि सदियों से अलग-अलग रूप में अपने अस्तित्व का अहसास कराती रही हैं. पुराने समय में भी राजा-महाराजाओं के सर पर छतरी लेकर चलते अनुचर नजर आते हैं. कहा जा सकता है कि किसी जमाने में छाता शाही सम्मान का भी प्रतीक होता था.
आज के समय में छतरियां बचाव ही नहीं बल्कि फैशन का पर्याय भी बनी हुई हैं. बडे-बडे फैशन डिजाइनर तक छतरियां डिजाइन करते हैं और उनकी बकायदा प्रदर्शनी भी होती है.
अब जब छतरी इतनी महत्वपूर्ण है तो इसका रुप कैसे एक हो सकता है भला. छोटे छाते से लेकर बडे और रेनकोट के कइयों रुप बाजार में उपलब्ध हैं. बाजार में आठ से 16 तारों की छतरी 85 से 150, बच्चों के लिए 50 से 75 रुपए तथा लेडीज के लिए 70 से 100 रुपए के बीच विभिन्न वेरायटियों में छतरियां उपलब्ध हैं.
महिलाओं की पसंद: महिलाएं अक्सर रंग-बिरंगी छतरियां लेना पंसद करती हैं जिससे वह धूप-बारिश से तो बच ही सकें साथ ही फैशन में भी बनी रहें. आजकल लड़कियों में फोल्डिंग वाली छतरियों का क्रेज ज्यादा है जिसे वह तह लगाकर अपने हैंड बैग में भी रख सकती हैं. अगर रंगों की बात की जाए तो यहां भी बाजी लड़कियों ने ही मार रखी है. लडकियों में पिंक और चटक रंगों के छातों का क्रेज ज्यादा है. महिलाओं द्वारा रेनकोट में प्रिंटेड और लॉंग पैटर्न के रेनकोट पसंद किए जाते हैं और साथ ही शॉर्ट पैटर्न के रेनकोट जो ज्यादातर कमर या उससे थोड़ा ही नीचे होता है. इसके साथ पारदर्शी रेनकोट का भी क्रेज ज्यादा है. इस रेनकोट की कीमत 150 रुपए से शुरू होकर तीन सौ रुपए तक है.
पुरुषों की पसंद: अक्सर यह देखा जाता है कि पुरुष काले रंग के पारंपरिक छाते ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि आज भी रंग-बिरंगे छाते कहीं न कहीं महिलाओं का ट्रेंड माने जाते हैं. लेकिन इसके बावजूद पुरुषों में भी रंग-बिरंगे छातों का क्रेज है. छातों के मुकाबले पुरुष बरसात में रेनकोट और बरसाती को ज्यादा तवज्जो देते हैं क्योंकि यह पूरी तरह बारिश से बचा कर रखता है.
बच्चों की पसंद: बच्चों को अक्सर रंग-बिरंगी चीजों का क्रेज ज्यादा होता है इसलिए छातों के मामलें में भी उन्हें रंग-बिरंगे और डिजाइन वाले छाते ज्यादा पसंद होते हैं. रेनकोट में स्कूल बैग अटैचमेंट वाला रेनकोट ज्यादा प्रचलन में है जिससे शरीर के साथ स्कूली बैग भी बचा रहता है.
तोजब छतरियां आपके लिए इतना महत्व रखती हैं तो इसको लेते समय आपको कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना ही चाहिए. कुछ खास बातें निम्न हैं:
1. छतरी लेते समय यह ध्यान रखें कि वह इतनी तो छोटी नहीं कि आप उसमें आ ही न पाएं और बरसात आप को भिगो जाए.
2. आप अपने मनपंसद कलर के छाते लेकर उसे अपने कपडों के मैचिंग के साथ भी पहन सकते हैं.
3. बच्चों के लिए छाते को लेते समय दो बातों का ध्यान रखें. पहला यह कि धूप के लिए छाता लेते समय बच्चे के मन के अनुसार रंग-बिरंगे छाते लें जिससे बच्चा छाते से खुश रहे. दूसरा, अगर आप बरसात के लिए छाता ले रहे हैं तो बच्चों के लिए छातों से बेहतर होता है बरसाती या रेनकोट क्योंकि रेनकोट में बच्चा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और साथ ही आप स्कूल बैग अटैचमेंट वाला रेनकोट भी ले सकते हैं.
4. छाता लेते समय मोल भाव अवश्य करें. इसके साथ ही छाते की क्वालिटी का भी ध्यान रखें.
तो आने वाले बरसात में तैयार हो जाइए एक नए छाते के साथ. अगर बरसात हुई तो बारिश से बचाव और न हुई तो धूप से बचाव.
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