प्यार और दोस्ती करना बहुत आसान होता है लेकिन जब बात इन नाजुक रिश्तों को निभाने की आती है तो अकसर लोग हार मानकर बैठ जाते हैं. वैसे एक बात ये भी सच है कि दोस्त भले ही एक बार नाराज होकर फिर लौटकर आपके पास आजाए लेकिन अगर आपकी किसी हरकत ने आपके प्रेमी को नाराज कर दिया तो वो आपकी जगह किसी दूसरे को देने में जरा भी देर नहीं लगाएगा. अब भले ही आपको ये बात थोड़ी कड़वी लगे लेकिन सच यही है कि आजकल का प्रेम थोड़ा फास्ट हो गया है. लोग जितनी जल्दी प्यार करते हैं उतनी ही जल्दी या फिर कहें उससे भी कहीं ज्यादा जल्दी ब्रेक-अप कर अपने लिए नए साथी की तलाश करने लगते हैं. इसलिए कहते हैं पहले एक-दूसरे को समझो और फिर रिलेशनशिप में बंधने का निर्णय करो. अब ये बात तो बड़े बुजुर्ग पहले ही कह चुके हैं कि एक लड़की को समझना आसान नहीं है इसलिई लेडीज को समझने के लिए हम ज्यादा मेहनत नहीं करते लेकिन लड़कों को समझना तो इतना मुश्किल काम नहीं है इसीलिए चलो आज उन्हीं का जिक्र कर लेते हैं कि आखिर ऐसी क्या बातें हैं जो पुरुषों को बिल्कुल नहीं पसंद.
काम अगर पूरा ना हो पाए तो: हालांकि वर्तमान दौर में महिलाएं भी समान रूप से अपने सपनों की जुगत में लग गई हैं लेकिन लड़कों की यह मौलिक खूबी होती है कि वह अधूरे सपनों के साथ नहीं जी सकते. इसलिए अगर वह किसी काम को पूरा ना कर पाएं या फिर किसी कारणवश उनकी मेहनत सफल ना हो सके तो उन्हें यह बिल्कुल पसंद नहीं आता. अपने प्रोफेशनल कॅरियर पर जरा सी भी आंच पुरुषों के लिए असहनीय बन जाती है.
बातूनी लोग: लड़कियों के स्वभाव में ही होता है बोलना, इसीलिए शायद ही कोई लड़की ऐसी हो जो कम बोलती हो. लेकिन लड़कों को ज्यादा बोलने वाले लोग बिल्कुल पसंद नहीं है इतना कि अगर उनकी गर्लफ्रेंड या पत्नी भी नॉन स्टॉप बोले तो उनसे भी वे परेशान हो जाएंगे.
धोखेबाजी: प्रोफेशन में धोखा हो या फिर पर्सनल रिलेशनशिप में धोखा, दोनों ही तरीके के धोखे पुरुष सहन नहीं कर सकते. प्रेम संबंधों में अगर उनकी गर्लफ्रेंड या पत्नी धोखा दे जाए या फिर बिजनेस में पार्टनर धोखा मिल जाए, ये सब पुरुषों को सबसे ज्यादा आहत करता है.
बहस: हम ये नहीं कह रहे कि जिस मसले पर बहस हो उस मसले पर पुरुष ही सही होते हैं लेकिन सच यही है कि पुरुषों को ना तो बहस करना पसंद होता है और ना ही वे मुद्दे जिनपर बहस होने की आशंका हो इसलिए वे ऐसी चीजें अवॉइड ही करते हैं.
दोहराव: ऑफिस, घर या फिर संबंध, पुरुषों को दोहराव बिल्कुल नहीं भाता. वे एक बात को बार-बार बोलकर ना तो खुद को इरिटेट करना चाहते हैं और ना ही दूसरों को परेशान करना चाहते हैं इसलिए बेहतर होता है कि पहली बार में ही उनकी बात सुन ली जाए. मानना या ना मानना आपकी मर्जी लेकिन सुनकर अपना निर्णय उन्हें जरूर बता दें.
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