यह समय है अधिकतर कॉलेज पास आउट लड़के लड़कियों की जॉब लगने का. कई नौजवान अपनी मस्ती भरी कॉलेज लाइफ से निकलकर ऑफिस में अपना कॅरियर बनाने को तत्पर होंगे. हर किसी को ऑफिस के पहले दिन सबसे बड़ी और आम चिंता यही होती है कि वह पहने क्या और बातचीत करे तो कैसे?
जब भी किसी नई जगह जाते हैं तो यह सवाल आम होता है कि हमारा ड्रेस सेंस कैसा हो या हमारा बर्ताव कैसा हो? हालांकि लड़कों के लिए यह कोई खास मुद्दा नहीं होता पर लड़कियों के लिए यह सवाल बेहद अहम होता है. अगर आप भी इन सवालों से जूझ रही हैं तो आज आपके लिए कुछ खास टिप्स हैं जो आपको फीलगुड कराने में मदद करेंगे.
हेलो इफेक्ट – फर्स्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन: जब आप किसी से मिलती हैं तो उस पर पहला असर आपके व्यक्तित्व का होता है. इसे हेलो इफेक्ट कहते हैं. यह तीस सेकंड का होता है. अब पहले दिन तो आप सभी पर अपना प्रभाव जरूर छोडना चाहती हैं.
परिधान: कपड़ों का चुनाव करते समय दो बातों का सबसे ज्यादा ख्याल रखें, पहला अपने आराम का दूसरा मौसम के मिजाज का. जिन कपडों में आपको आराम मिले और जो आपके व्यक्तित्व में निखार लाएं, उन्हें प्राथमिकता दें. बेहतर होगा अगर आप शालीन कपड़ों का चयन करें. ब्राइट कलर्स न चुनें. अपने फुटवीयर पर विशेष ध्यान दें. ऑफिस में किसी तरह का ड्रेस कोड न होने के बावजूद पहले दिन जींस पहनकर न जाएं.
चाल: आपकी चाल आपका व्यक्तित्व दर्शाती है इसलिए जितना हो सके अपनी चाल पर ध्यान दें. कंधे झुकाकर आगे या पीछे की ओर झुक कर न चलें. शरीर को सीधा रखें और आत्मविश्वास के साथ कदम बढाएं.
आई कॉन्टैक्ट : कहते हैं आंखें दिमाग की जुबां होती हैं. आपके दिमाग में जो कुछ भी चल रहा होता है वह आपकी आंखों से झलक ही जाता है. जितना ज्यादा हो सके अपने सीनियर या कुलीग से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें और नजर मिलाकर बात करें.
बॉडी लैंग्वेज: पैर और हाथों को एक पर एक चढ़ा कर बैठना आत्मविश्वास में कमी को दर्शाता है. इसलिए आपकी बॉडी लैंग्वेज सधी हुई होनी चाहिए. बात करते समय अपने हाथ व पैर जरूरत से ज्यादा न हिलाएं. हिलकर बात न करें.
आवाज पर नियंत्रण: यह सबसे जरूरी है. आपकी आवाज में जितनी विनम्रता, सौम्यता और कोमलता झलकेगी, उसका उतना ही जादू चलेगा.
जरूरी बात – आपके पास से भीनी खुशबू आनी चाहिए. इसलिए ध्यान रखें कि आपके शरीर और मुंह से दुर्गंध न आए. इससे बचने के लिए डीओ और माउथ फ्रेशनर का उपयोग करें.
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