इंटरनेट का बढ़ता प्रचलन जहां एक ओर रोजमर्रा की परेशानियों को सुलझाने और व्यक्तिगत जीवन को अत्याधिक सहज बनाने में मददगार सिद्ध होता है वहीं दूसरी ओर व्यक्ति के सामाजिक जीवन को प्रभावित करने के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी का भी गढ़ बनता जा रहा है.
आज इंटरनेट पर मौजूद सोशल नेटवर्किंग़ साइटों की लोकप्रियता इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि व्यक्ति अपना अधिकांश समय इन साइटों पर ही बिताना पसंद करता है. अपनी वास्तविक दुनियां और दोस्तों को पीछे छोड़ वह आभासी दुनियां से संपर्क रखने में ज्यादा दिलचस्पी लेता है. सोशल नेटवर्किंग पर चैट और मनचाहे दोस्त बनाने की सुविधा सभी वर्ग के लोगों को आकर्षित करती है लेकिन हमारे युवाओं को यह खूबी बहुत आकर्षित करती है. वह अपना अधिकांश समय ऐसे लोगों को समर्पित कर देते हैं जिन्हें वे ना तो कभी मिले हैं और ना ही उनकी वास्तविकता से परिचित हैं.
इसके परिणामस्वरूप अब ऐसे मसले बहुत सामान्य हो गए हैं जिसके अंतर्गत लगातार संपर्क रखने और दिन-रात बात करने के कारण लोग एक-दूसरे के प्रति आकर्षित होते हैं और अपने मन में उस व्यक्ति की एक विशेष छवि बना लेते हैं, लेकिन जब प्रत्यक्ष रूप से मिलकर उनका हकीकत से सामना होता है तो उनका दिल टूट जाता है और वे खुद को बेवकूफ मानने लगते हैं.
सोशल नेटवर्किंग साइटों का प्रयोग करने वाले अधिकांश लोग अपने ऑनलाइन दोस्तों से मिलते हैं या फिर मिलने के लिए उत्साहित रहते हैं. जिसका सबसे बड़ा कारण है उनकी प्रोफाइल पर मौजूद दिलचस्प सूचनाएं और आकर्षक तस्वीरें. इसके अलावा चैट पर उनके बात करने का अंदाज भी लोगों को बहुत आकर्षित करता है. लेकिन यह बात भी उल्लेखनीय है कि नेट पर मौजूद ज्यादातर लोग अपनी छद्म तस्वीरें और सूचनाएं ही डालते हैं यही कारण है कि जब आमना-सामना होता है तो भावनाएं तो आहत होती ही हैं साथ ही व्यक्ति खुद को ठगा हुआ समझता है.
ब्रिटेन में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार ऑनलाइन रोमांस के चक्कर में लगभग दो लाख लोग धोखा खा चुके हैं. धोखा देने वाले लोग अपनी असली पहचान छुपाकर रखते थे और आकर्षक मॉडल और सेना अधिकारी की तस्वीर अपनी प्रोफाइल पर लगा लोगों को आकर्षित किया करते थे. ऐसे में सोशल नेटवर्किंग साइटों का प्रयोग करने वाले लोगों का उनके प्रति जुड़ाव रखना स्वाभाविक ही था, लेकिन जब उन्होंने छद्म प्रोफाइल वाले लोगों से मिलने की कोशिश की तो उन्हें सारी असलियत पता चल गई. एक लंबे समय तक चैट करने के बावजूद वे लोग यह समझ नहीं पाए कि रोमांस के नाम पर वे ऑनलाइन ठगे जा रहे हैं.
भारत में भी यह परिस्थितियां सामान्य बनती जा रही हैं. जितनी तेजी से लोग दोस्त बनाते हैं उतनी ही तेजी से धोखा भी खाने लगे हैं. सोशल नेटवर्किंग साइटों पर दोस्त बनाने और चैट करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह किस सीमा तक हो इसका निर्धारण करना बहुत जरूरी है. लेकिन फिर भी अगर आप ऑनलाइन रोमांस जैसी चीजों में दिलचस्पी रखते हैं तो आपको और ज्यादा सतर्क और जागरुक रहने की आवश्यकता है.
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